नई दिल्ली। सीरिया में बशर अल असद की सरकार का तख्तापलट होने और असद के देश छोड़ कर भागने के बाद पूरे देश में अराजकता फैली है। तख्तापलट करने वाले विद्रोही सेना के हथियार लूट रहे हैं। इसके साथ ही दूसरे देशों के हमले भी तेज हो गए हैं। इजराइल ने सीरिया के दक्षिणी हिस्से में हमला किया है तो अमेरिका ने मध्य और तुर्किये से जुड़े रिबेल फोर्स ने उत्तरी इलाके पर हमला किया है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किये के रिबेल फोर्स ने सीरिया के उत्तरी इलाके मनबिज पर कब्जा कर लिया है। कुर्दिश सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्स यानी एसएफडी ने 2016 में इस्लामिक स्टेट को हराकर मनबिज पर कब्जा किया था। मनबिज में एसडीएफ की हार के बाद कुर्द लड़ाकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अमेरिका और तुर्किये के बीच सोमवार को समझौता हुआ।
उधर इजराइली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सोमवार को सीरिया में एक सौ से ज्यादा हवाई हमले किए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये हमले राजधानी दमिश्क के पास बरजाह साइंटिफिक रिसर्च सेंटर के पास हुए। इजराइली विदेश मंत्री गिदोन सार ने माना है कि इजराइल ने हथियार ठिकानों पर हमला किया है। असल में, पश्चिमी देशों को आशंका है कि असद सरकार ने यहीं पर रासायनिक हथियार छुपा रखे हैं। अब इजराइल को डर है कि कहीं सीरियाई विद्रोहियों के हाथ ये हथियार न लग जाएं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना राजधानी दमिश्क के काफी नजदीक पहुंच गई है। इससे पहले इजराइल ने 50 साल में पहली बार सीरिया बॉर्डर पार कर वहां के गोलान हाइट्स वाले हिस्से में अपनी सेना भेजकर बफर जोन पर कब्जा कर लिया था। कतर के न्यूज चैनल ‘अलजजीरा’ ने लेबनान से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया है कि इजराइली सेना अब बफर जोन की सीमाओं से आगे निकल चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक अब इजराइली सैनिक दक्षिणी सीरिया के कटाना शहर के पास पहुंच चुके हैं, जो कि राजधानी दमिश्क से सिर्फ 21 किलोमीटर की दूरी पर है।
इससे पहले अमेरिका ने मध्य सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर 75 से ज्यादा हवाई हमले किए। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक, इस हमले में बी-52 बॉम्बर और एफ-15ई लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल हुआ। इन हमलों में इस्लामिक स्टेट के कई लड़ाकों और उनके ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।