व्यूज़- विचार
लेख-स्तंभ
भारत को फिर चाहिए अपनी नैतिक ऊँचाई
हिंदुओं को दुनिया भर में सम्मान उनके उदात्त मूल्यों—सहिष्णुता, अहिंसा और ज्ञान—के...
वायु प्रदूषण वास्तविक आपदा है
राजधानी दिल्ली और राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर का हर शहर वायु प्रदूषण...
सोशल मीडिया से बचपन बचाने की चुनौती
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने एक साहसिक प्रयोग शुरू किया है। 16...
गहरी असमानता का देश है भारत
यह निष्कर्ष पुराना है कि भारत एक गहरी आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक...
शशि थरूर, सावरकर व कैटल क्लास
पिछले सप्ताह ख़बर थी कि शशि थरूर ने सावरकर के नाम पर...
खानपान में मिलावट, गिरावट का संकट!
भारत में सचमुच खाद्य मिलावट की समस्या इतनी गंभीर हो गई है...
भारत में मुसलमान ज्यादा सुरक्षित
भारत में सभी प्रकार के मुसलमानों को समान और कुछ मामलों में...
नई सुरक्षा रणनीति और ट्रंप के दिवास्वप्न
ट्रंप के अनुयायी और अर्जेंटीना के धुर-दक्षिणपंथी राष्ट्रपति हैवियर मिलेय ने कुछ...
हरिशंकर व्यास लेख
शशि थरूर, सावरकर व कैटल क्लास
पिछले सप्ताह ख़बर थी कि शशि थरूर ने सावरकर के नाम पर...
वंदे मातरम् से तब था सत्य, स्वदेशी, अब है झूठ, झांसा और चीन की आर्थिक गुलामी
न डेढ़ सौ साल पहले बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने कल्पना की होगी और...
वंदे मातरम् में तब अंतिम व्यक्ति का संकल्प था, न कि अडानियों–अंबानियों को सिर पर बैठाना
यों मोदीजी और संघ दर्शन के चिंतक कह सकते हैं कि सरकार...
‘अंतिम आबादी’ को जैम मिला तो ठगी भी!
जनधन खाते, आधार और मोबाइल यानी जैम ने लोगों का जीवन निश्चित...
साइबर ठगों के नेटवर्क में फंसते लोग
ठगों का जब खातों का नेटवर्क बन जाता है तो वे फिर...
अमृतकाल जो है!
अमृतकाल में चौतरफा आलम ठगी का है। आप ट्रेन से टिकट बुक...
अपनी विदेश नीति का लोटा-दर्शन!
भारत अब अमेरिका, चीन और रूस के तिराहे पर है। इन तीनों...
पुतिन, ट्रंप, शी सभी के लिए भारत है बाजार
दिसंबर में पुतिन, जनवरी में शायद ट्रंप और फिर शी जिनपिंग के...
श्रुति व्यास
रूस हितैषी ट्रंप आखिर क्या चाह रहे?
किसने कल्पना की थी एक दिन ऐसा भी आएगा जब रूस को...
हां, हम भारतीय लोकतंत्र से संतुष्ट!
कौन सोच सकता था कि पश्चिमी दुनिया की उन राजधानियों में लोकतंत्र...
ट्रंप का अमेरिका वैश्विक बेगाना!
कौन सोच सकता था कि “नियम-आधारित व्यवस्था” का अपने को संरक्षक बताने...
स्वतंत्र सोच पूरी तरह सिकुड गई!
कभी समय था जब सियासी असहमति का मतलब बहसबाजी थी। तथ्य तौलने...
यह जनवाद कब भरोसा गंवाएंगा?
भारत इन दिनों अलग ही तरह के नए जनवाद की लहर पर...
सवाल अब विपक्ष की मूर्खताओं पर है!
कितना हैरानी भरा है यह! आप चाहें तो सिर पकड़ लें, मन...
क्यों जेनरेशन जेड़ में राहुल फ्लॉप?
कांग्रेस को अब आत्ममंथन की ज़रूरत नहीं है बल्कि कायाकल्प याकि राजनीतिक...
सोशल मीडिया धीरे-धीरे ढ़ह रहा है?
एक समय था जब फॉलोअर्स की संख्या से क़ीमत तय होती थी।...