Shikhar Dhawan Announces Retirement: शिखर धवन ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. क्रिकेट जगत में गब्बर सिंह के नाम से मशहूर शिखर धवन ने इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट को अब हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. इस बात की जानकारी खुद शिखर धवन ने आज सुबह सोशल मीडिया के जरिए दी.
धवन ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें संन्यास की घोषणा करते हुए सभी फैंस का शुक्रिया अदा किया. धवन ने खासतौर से अपने परिवार, बचपन के कोच, टीम इंडिया और BCCI को धन्यवाद कहा. धवन इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना आखिरी मुकाबला 10 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में खेला था. इस मुकाबले में वो महज 3 रन बना सके थे. गब्बर के नाम से मशहूर धवन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में भारत के लिए 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैच खेले. अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में उन्होंने 10,000 से अधिक रन बनाए.
As I close this chapter of my cricketing journey, I carry with me countless memories and gratitude. Thank you for the love and support! Jai Hind! 🇮🇳 pic.twitter.com/QKxRH55Lgx
— Shikhar Dhawan (@SDhawan25) August 24, 2024
also read: Instagram ने यूजर्स के लिए लॉन्च किया नया फीचर, अब प्रोफाइल होगी झक्कास…
गब्बर सिंह ने किया धन्यवाद
शिखर धवन ने अपने X और इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने अपनी रिटायरमेंट का एलान करते हुए कहा, मेरे जीवन में एक ही मंजिल थी, भारत के लिए खेलना. मैं इस मुकाम को हासिल करने में सफल भी हुआ, जिसके लिए मैं कई लोगों का शुक्रगुजार हूं. धवन ने सबसे पहले अपने परिवार, फिर बचपन के कोच तारक सिन्हा का भी धन्यवाद किया जिनका अब देहांत हो चुका है. उन्होंने मदन शर्मा का भी आभार जताया, जिनसे उन्हें क्रिकेट के गुर सीखने को मिले. टीम इंडिया के गब्बर ने अपने साथी खिलाड़ियों का भी धन्यवाद किया.
क्रिकेट को अलविदा कहना आसान नहीं…
शिखर धवन ने कहा, वो कहते हैं न, कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटना जरूरी होता है, बस मैं भी अब ऐसा ही करने जा रहा हूं. मैंने अंतर्राष्ट्रीय और डोमेस्टिक क्रिकेट से भी संन्यास लेना का फैसला कर लिया है. मेरे दिल में सुकून है कि मुझे अपने देश के लिए खूब सारे मैच खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैं BCCI और फैंस का भी धन्यवाद करता हूं. धवन ने आगे यह भी कहा कि उन्हें इस बात का जरा भी दुख नहीं हो रहा है कि वो अब अपने देश के लिए नहीं खेल पाएंगे. बल्कि उन्हें खुशी और गर्व महसूस होता है कि उन्हें इतने लंबे समय तक भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.