rohit sharma: मेलबर्न में चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक रहा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा दोनों पारियों में फेल रहे। हिटमैन अपना विकेट तोहफे के रूप में दे दिया।
हिटमैन कहे जाने वाले रोहित शर्मा की पूरी सीरीज में उनकी कहानी कुछ इस तरह की ही रही। 340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को मजबूत शुरुआत की दरकार थी, लेकिन रोहित ने दोनों पारियों में टीम को निराश किया।
पहली पारी में वह सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हुए, जबकि दूसरी पारी में 9 रन के स्कोर पर अपना विकेट गंवा दिया। रोहित को दोनों पारियों में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने शिकार बनाया। पहली पारी में वह खराब शॉट खेलकर आउट हुए, जबकि दूसरी पारी में स्लिप में मिचेल मार्श को कैच दे बैठे।
इस टेस्ट सीरीज में रोहित का प्रदर्शन लगातार खराब रहा है। एडिलेड और गाबा टेस्ट में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए वह फ्लॉप रहे, जिसके बाद उन्होंने ओपनिंग करने का फैसला किया, लेकिन वहां भी नाकाम रहे। कप्तान के तौर पर रोहित का यह फॉर्म टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय बन गया है।
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रोहित और राहुल एक ही ओवर में आउट
मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भारतीय टीम को तगड़ा झटका दिया। कमिंस ने 17वें ओवर में रोहित शर्मा और केएल राहुल, दोनों को पवेलियन भेज दिया।
इस ओवर की पहली ही गेंद पर कमिंस ने रोहित शर्मा को स्लिप में मिचेल मार्श के हाथों कैच कराया। इसके बाद ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने केएल राहुल को भी उस्मान ख्वाजा के हाथों स्लिप में कैच आउट कराया। राहुल अपना खाता भी नहीं खोल सके।
गौरतलब है कि पिछले दो मैचों में ओपनिंग करने वाले राहुल को इस मैच में तीसरे नंबर पर भेजा गया, लेकिन दोनों पारियों में वह भी कमिंस के आगे टिक नहीं सके। रोहित और राहुल का एक ही ओवर में आउट होना भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।
कमिंस के सामने रोहित बेबस
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस के खिलाफ रोहित शर्मा का रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है। इस सीरीज में कमिंस ने हिटमैन को बुरी तरह परेशान किया।(rohit sharma)
दौरे की चार पारियों में रोहित ने कमिंस की 44 गेंदों का सामना किया और केवल 11 रन बनाए, जबकि चार बार अपना विकेट गंवाया। इस दौरान रोहित का औसत तीन से भी कम का रहा।
कमिंस के खिलाफ रोहित का ओवरऑल टेस्ट रिकॉर्ड भी खास नहीं है। 14 पारियों में रोहित ने कमिंस के खिलाफ सिर्फ 131 रन बनाए हैं और आठ बार आउट हुए हैं। उनका औसत 18 से भी कम का है, जो किसी भी शीर्ष बल्लेबाज के लिए चिंता का विषय है।
इसके साथ ही, टेस्ट क्रिकेट में कप्तान बनाम कप्तान की लड़ाई में भी कमिंस ने एक नया मुकाम हासिल किया। उन्होंने रोहित शर्मा को टेस्ट में छठी बार आउट कर दिया।
इस मामले में कमिंस ने ऑस्ट्रेलिया के रिची बेनॉड और पाकिस्तान के इमरान खान को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने क्रमशः टेड डेक्सटर और सुनील गावस्कर को पांच-पांच बार आउट किया था।
पिछली 15 पारियों में रोहित का सिर्फ एक अर्धशतक(rohit sharma)
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का हालिया टेस्ट प्रदर्शन चिंता का विषय बन गया है। पिछली 15 पारियों में वह सिर्फ 164 रन ही बना पाए हैं, जिसमें मात्र एक अर्धशतक शामिल है।
इन पारियों में उनके स्कोर क्रमशः 6, 5, 23, 8, 2, 52, 0, 8, 18, 11, 3, 6, 10, 3 (मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी) और 9 (मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी) रहे हैं।
इस साल टेस्ट क्रिकेट में रोहित ने कुल 14 मैचों की 26 पारियों में 24.76 की औसत से 619 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, उनकी हालिया फॉर्म ने टीम प्रबंधन और फैंस को निराश किया है।
हिटमैन के लगातार फ्लॉप होने के बाद उनके भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी रोहित के प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए कहा था, “सिडनी टेस्ट की दो पारियां उनके लिए निर्णायक हो सकती हैं। अगर वह रन नहीं बनाते हैं तो उनकी भूमिका पर सवाल जरूर उठेंगे।”
रोहित शर्मा के टेस्ट करियर पर सवाल(rohit sharma)
रोहित शर्मा के हालिया फॉर्म और प्रदर्शन को लेकर अब उनके टेस्ट करियर पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है, और ऐसे में रोहित की टेस्ट टीम में भूमिका पर चर्चा तेज हो गई है।
राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर मेलबर्न में मौजूद हैं, और कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहित के भविष्य को लेकर दोनों के बीच बातचीत हुई हो सकती है।
अटकलें हैं कि अगर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं करता, तो सिडनी टेस्ट उनके करियर का आखिरी टेस्ट साबित हो सकता है।
बड़ा सवाल यह है कि क्या रोहित सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रखकर केएल राहुल को यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग का मौका देंगे।
सात हफ्ते बाद चैम्पियंस ट्रॉफी खेली जानी है, और वनडे फॉर्मेट में रोहित का रिकॉर्ड शानदार है। फिलहाल, टेस्ट क्रिकेट में रोहित का प्रदर्शन और कप्तानी दोनों ही अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरे हैं।
अगर टेस्ट की जिम्मेदारी उनसे हटती है, तो यह न केवल टीम के लिए बल्कि रोहित के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इससे वह वनडे और टी20 में खुलकर खेल पाएंगे और अपनी ताकत को पूरी तरह से दिखा सकेंगे।