प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए लोकसभा चुनाव का साल शुरू हो गया है। कुछ समय पहले उन्होंने कहा था कि अब सिर्फ चार सौ दिन बचे हैं चुनाव में। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि वे पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुके हैं। पार्टी की ओर से अगले एक साल तक का उनका कार्यक्रम बनाया जा रहा। अभी तो वे उन राज्यों पर फोकस कर रहे हैं, जहां इस साल चुनाव होने वाले हैं लेकिन उसके साथ ही भाजपा की रणनीतिक टीम उन राज्यों में उनके दौरे और रैलियों का कार्यक्रम बना रही है, जहां पिछली बार भाजपा को अचानक बहुत ज्यादा सीटें मिल गई थीं। जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को छप्पर फाड़ वोट मिला था वहां प्रधानमंत्री मोदी फोकस कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस साल के बचे हुए नौ महीने में अलग अलग राज्यों में एक सौ रैलियां करेंगे। कर्नाटक से लेकर पश्चिम बंगाल और ओड़िशा जैसे राज्यों पर उनका फोकस होगा। पिछले चुनाव में जहां भाजपा को अचानक बहुत ज्यादा सीटें मिली थीं उन राज्यों में नई परियोजनाओं की घोषणा होगी और साथ ही बड़ी लोक लुभावन घोषणाएं भी होंगी।
रविवार को प्रधानमंत्री कर्नाटक में थे। दो महीने में वे तीन बार कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने लिंगायत बहुल शिवमोगा में हवाईअड्डे का उद्घाटन किया था और इस बार वोक्कालिगा बहुल पुराने मैसुरू में उनका कार्यक्रम है। उन्होंने रोड शो किया और 16 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया। ध्यान रहे कर्नाटक में दो महीने में चुनाव हैं। लेकिन विधानसभा के साथ साथ लोकसभा के लिहाज से भी कर्नाटक भाजपा के लिए अहम है। पिछले चुनाव में राज्य की 28 में से 25 सीटें भाजपा को मिली थीं। निर्दलीय जीतीं सुमनलता अंबरीष भी अब भाजपा के साथ आ गई हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के दौरे पर भी जाने वाले हैं।