नरेंद्र मोदी सरकार में फेरबदल की चर्चा ने कई मंत्रियों की नींद उड़ाई है। इसका कारण यह है कि इस बार की फेरबदल गुजरात के तर्ज पर होने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि कई पुराने मंत्रियों की छुट्टी हो जाएगी। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि जिन मंत्रियों की छुट्टी होगी उनको हो सकता है कि लोकसभा की टिकट भी न मिले। ध्यान रहे गुजरात में विजय रुपानी पहले पूर्व मुख्यमंत्री हुए और अब पूर्व विधायक हो गए हैं। उनके कई मंत्री पहले पूर्व मंत्री हुए और उसके बाद पूर्व विधायक हो गए। ऐसे ही कई केंद्रीय मंत्रियों के बारे में कहा जा रहा है कि वे पहले पूर्व मंत्री होंगे और फिर पूर्व सांसद हो जाएंगे। यानी अगले लोकसभा चुनाव में उनको टिकट नहीं मिलेगी।
ऐसे केंद्रीय मंत्री, जो बहुत एक्सपोज हो चुके हैं यानी जो पहली सरकार से मंत्री हैं और सात-आठ साल मंत्री रह चुके हैं उनके ऊपर सबसे ज्यादा खतरा है क्योंकि उनके खिलाफ एंटी इन्कंबैंसी की फीडबैक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को मिली है। कहा जा रहा है कि दो-चार वरिष्ठ मंत्रियों को छोड़ कर सारे पुराने मंत्री सरकार से बाहर हो सकते हैं। पिछली बार भी ऐसा हुआ था। जब प्रकाश जावडेकर से लेकर रविशंकर प्रसाद तक मीडिया में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे कई चेहरे सरकार से बाहर हो गए थे। उनको अभी तक संगठन में भी कोई जिम्मेदारी नहीं मिली है। लेकिन कहा जा रहा है कि इस बार जिन मंत्रियों की विदाई होगी उनको अगले चुनाव के लिहाज से संगठन में जगह मिल सकती है। तभी कई मंत्रियों की भागदौड़ तेज हो गई है।