तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को जवाब दिया है। अधीर रंजन चौधरी के मजबूत असर वाले इलाके मुर्शिदाबाद की सागरदिघी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीते कांग्रेस के विधायक बायरोन बिस्वास को तृणमूल ने तोड़ लिया है। वे कांग्रेस के इकलौते विधायक थे, जो पिछले दिनों मुस्लिम बहुल सागरदिघी सीट पर हुए उपचुनाव में जीते थे। 2021 के विधानसभा चुनाव में यह सीट तृणमूल ने जीती थी और उसके उम्मीदवार को 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। लेकिन पिछले साल के अंत में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के बिस्वास ने 22 हजार के ज्यादा अंतर से यह सीट जीती थी।
अब वे तृणमूल कांग्रेस में चले गए हैं। यह घटना अधीर रंजन चौधरी के ममता पर दिए बयान के कुछ दिन बाद ही हुई है। पिछले दिनों अधीर ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस का विरोध करते रहने का ऐलान किया था। बिहार में नीतीश कुमार की बुलाई बैठक के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बैठक में शामिल होगी लेकिन बंगाल में ममता का विरोध जारी रखेगी। उसके बाद उनके इकलौते विधायक को ममता ने तोड़ लिया। इससे पहले ममता मेघालय में कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकुल संगमा सहित पूरे विधायक दल को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया था। गोवा में भी कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को उन्होंने तोड़ा था। अब बंगाल में पार्टी के इकलौते विधायक को तोड़ दिया। सवाल है कि ऐसे में कांग्रेस किस तरह से उनसे बातचीत करेगी? यह भी सवाल है कि इसका मुसलमानों में क्या मैसेज जाएगा, जिन्होंने उपचुनाव में कांग्रेस को वोट किया था।