महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने में संदेह है। राज्य में समय से पहले विधानसभा का चुनाव हो सकता है। भाजपा के जानकार सूत्रों के मुताबिक पार्टी इसी साल चुनाव की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि बृहन्नमुंबई महानगर निगम यानी बीएमसी के साथ साथ पुणे, ठाणे जैसे कुछ बड़े शहरों में नगर निगम के चुनाव होने के बाद विधानसभा चुनाव हो जाएंगे। भाजपा उसी हिसाब से तैयारी कर रही है और उसने अपनी सहयोगी शिव सेना के एकनाथ शिंदे गुट के सामने भी यह साफ कर दिया है कि सरकार अगले साल अक्टूबर तक नहीं चलेगी। भाजपा के नेताओं की ओर से बार बार उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री बनाने की जो बात आ रही है वह इसी वजह से है।
बताया जा रहा है कि भाजपा एकनाथ शिंदे की पार्टी को बड़ी राजनीतिक ताकत में नहीं बदलने देना चाहती है। उसको पता है कि अगर शिंदे लगातार दो साल से ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहते हैं तो उनकी ताकत बढ़ेगी। उनके संसाधन बढ़ेंगे और उनकी पार्टी का आधार बढ़ेगा। भाजपा जैसे तैसे शिव सेना को खत्म करके हिंदुत्व की राजनीति करने वाली एकमात्र पार्टी बनना चाहती है। इसलिए वह शिंदे गुट को मजबूत नहीं होने देगी। इसलिए अगले लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव करा कर राज्य में भाजपा की सरकार बनाने की तैयारी है। शिंदे गुट को पुरानी शिव सेना के मुकाबले कम सीटें मिलेंगी और भाजपा को लग रहा है कि वह अपने दम पर 2014 की तरह बहुमत के करीब पहुंच जाएगी। अब सवाल है कि समय से पहले कब चुनाव होगा? कर्नाटक के साथ महाराष्ट्र का चुनाव नहीं होगा क्योंकि फिर दोनों तरफ सीमा विवाद का मुद्दा बनेगा, जिसमें भाजपा को नुकसान होगा। इसलिए ज्यादा संभावना मई के बाद चुनाव होने की है। अक्टूबर, नवंबर में चुनाव हो सकता है।