कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को नतीजे आने हैं। उसके बाद ही तय होगा कि किसकी सरकार बनेगी और कौन मुख्यमंत्री होंगा। लेकिन सीएसडीएस और एनडीटीवी के सर्वे ने कम से कम कांग्रेस में चल रहा विवाद खत्म करा दिया है। अगर कांग्रेस चुनाव जीतती है तो पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एक बार फिर मुख्यमंत्री बन सकते हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के बाकी घोषित या अघोषित दावेदारों में वे सर्वाधिक लोकप्रिय माने गए हैं। ध्यान रहे सीएसडीएस का सर्वेक्षण बाकी किसी भी एजेंसी के मुकाबले ज्यादा वस्तुनिष्ठ और तटस्थ होता है। ऊपर से वह सर्वे एनडीटीवी पर चला है, जो अदानी समूह के मालिकाने वाला चैनल है। अगर यह सर्वे सही साबित होता है तो बड़े अंतर से कांग्रेस जीतेगी और तब कांग्रेस नेतृत्व की मजबूरी होगी सिद्धरमैया को सीएम बनाने की है।
इस सर्वेक्षण के मुताबिक कर्नाटक के 18 से 25 साल के युवाओं में से 40 फीसदी ने सिद्धरमैया को और 28 फीसदी ने बसवराज बोम्मई को अपनी पसंद बताया है। इससे ज्यादा उम्र के लोगों के बीच सिद्धरमैया की लोकप्रियता और ज्यादा है। 56 साल तक की उम्र के लोगों में 44 फीसदी ने सिद्धरमैया को पसंद किया है और सिर्फ 22 फीसदी ने बोम्मई को। कांग्रेस की ओर से सीएम पद के दूसरे दावेदार डीके शिवकुमार हैं, जिनको हर वर्ग के औसत के हिसाब से सिर्फ पांच फीसदी लोगों ने पसंद किया है। ध्यान रहे शिवकुमार लोकप्रिय हैं, साधन संपन्न हैं और कांग्रेस को चुनाव लड़वा रहे हैं लेकिन वे वोक्कालिगा हैं, जिसका अधिकतर वोट जेडीएस के साथ जाता है, जबकि सिद्धरमैया ओबीसी समुदाय से आते हैं, जिसकी आबादी 36 फीसदी के करीब है और उसका बहुसंख्यक उनके साथ होता है। यह उनकी ताकत है। इसलिए भी उनको मजबूत दावेदार माना जा रहा था। लेकिन इस सर्वेक्षण के बाद यह लगभग तय हो गया है कि अगर कांग्रेस जीतती है तो सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बनेंगे।