कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी टीपू सुल्तान के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों और उनके करिश्मे पर चुनाव लड़ेगी? यह यक्ष प्रश्न की तरह है, जिसे सुलझाने में पार्टी के नेता लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के दो दौरे में इस सवाल पर कुछ स्पष्टता आई है। असल में पार्टी के ज्यादातर नेता चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर और सकारात्मक एजेंडे पर चुनाव लड़ा जाए। लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील सहित कुछ अन्य नेता हैं, जिन्होंने टीपू सुल्तान का मुद्दा बना दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए उनको टीपू सुल्तान का समर्थक बताया। इससे प्रदेश नेताओं में यह मैसेज गया कि पार्टी इसी मुद्दा पर चुनाव लड़ना चाहती है।
तभी टीपू सुल्तान बनाम सावरकर का मुद्दा बनाया जा रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी यात्रा में बड़ी योजनाओं के उद्घाटन, शिलान्यास और बीएस येदियुरप्पा की तारीफ के बाद ऐसा लग रह है कि पार्टी फिर पुराने रास्ते पर लौट रही है। वह राज्य में डबल इंजन सरकार के नाम पर चुनाव लड़ेगी। प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में येदियुरप्पा को बहुत महत्व दिया। उन्होंने उनकी जम कर तारीफ की। शिवमोगा के लिंगायत बहुल इलाके में हवाईअड्डे का उद्घाटन किया। बताया जा रहा है कि पार्टी नेताओं से सरकार के कामकाज का प्रचार करने और मोदी के नाम पर चुनाव लड़ने को कहा गया है। टीपू सुल्तान का मुद्दा भी रहेगा और हिजाब का मुद्दा भी रहेगा लेकिन वह प्रचार का केंद्रीय थीम नहीं होगा।