पंजाब में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी लोकसभा का उपचुनाव हार गई थी। वह भी मुख्यमंत्री भगवंत मान की संगरूर लोकसभा सीट पर, जो उनके इस्तीफे से खाली हुई थी। लेकिन उसी पंजाब में आप ने जोरदार वापसी की है। राज्य की जालंधर लोकसभा सीट का चुनाव आम आदमी पार्टी जीत गई है। यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। कर्नाटक की बड़ी जीत के बीच इसकी चर्चा नहीं हो रही है लेकिन यह मामूली बात नहीं है कि कांग्रेस अपनी जीती हुई सीट पर हार गई है। जालधंर लोकसभा सीट पिछले चुनाव में कांग्रेस जीती थी और उसके सांसद संतोष चौधरी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान निधन हो गया था। उस सीट पर पार्टी ने उनकी पत्नी को टिकट दिया था, जो हार गई हैं।
आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के एक पूर्व विधायक सुशील कुमार रिंकू को टिकट दिया था, जो चुनाव जीत गए हैं। यह कांग्रेस के लिए झटका है। लोकसभा में उसके सदस्यों की संख्या घट कर 50 हो गई है। पहले उसके 52 सांसद थे। राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त हो गई है और अब वह जालंधर सीट हार गई है। दूसरी ओर 17वीं लोकसभा के चुनाव में एक सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी संगरूर उपचुनाव हार कर जीरो पर आ गई थी। अब उसका भी खाता खुल गया है। जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि भाजपा और अकाली दल को मिला कर 33 फीसदी से ज्यादा वोट आया है, जो जीतने वाले आप उम्मीदवार को मिले कुल वोट से सिर्फ एक फीसदी कम है। कांग्रेस 27 फीसदी पर थम गई है। सो, ऐसा लग रहा है कि जालंधर का नतीजा भाजपा और अकाली दल के बीच फिर से तालमेल का रास्ता खोल सकता है।