बृहन्नमुंबई महानगर निगम यानी बीएमसी चुनाव की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। पक्ष और विपक्ष दोनों की तैयारियां पूरी हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंबई यात्रा के बाद से ही चुनाव घोषणा की उलटी गिनती शुरू हो गई। उन्होंने बड़ी बड़ी योजनाओं की घोषणा कर दी है, जिनके दम पर भाजपा और उसकी सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिव सेना को चुनाव लड़ना है। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने भी अपने कार्यकर्ता को चुनाव में उतरने के लिए तैयार रहने को कहा है। इससे भी जाहिर हुआ है कि चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है।
ध्यान रहे राज्य में भाजपा और शिंदे गुट की शिव सेना की सरकार बने आठ महीने हो गए हैं लेकिन अभी तक निगम चुनाव की घोषणा नहीं हुई तो उसका कारण यह है कि भाजपा सुनिश्चित करना चाहती है कि वह चुनाव जीते।
पिछली बार भी भाजपा और शिव सेना दोनों अलग अलग लड़े थे। शिव सेना सबसे बड़ी पार्टी बनी थी लेकिन भाजपा की सीटें उससे ज्यादा कम नहीं थीं। इस बार भाजपा का प्रयास सबसे बड़ी पार्टी बनने के साथ साथ बीएमसी पर कब्जा करने का है। भाजपा को पता है कि ठाकरे परिवार की असली ताकत बीएमसी है, जिस पर 25 साल से उसका कब्जा है। यह कब्जा खत्म करने के बाद भाजपा महाराष्ट्र में हिंदुत्व की राजनीति करने वाली सबसे बड़ी ताकत बन जाएगी। भाजपा बीएमसी चुनाव में एकनाथ शिंदे गुट से तालमेल रखेगी और साथ ही राज ठाकरे की पार्टी भी उसके साथ ही चुनाव लड़ सकती है।