जेपी नड्डा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन रह सकते हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 16-17 जनवरी को उनके कार्यकाल का विस्तार करने की मंजूरी मिल सकती है। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा संगठन चुनाव भी टाल सकती है। अगले साल मई में लोकसभा चुनाव के बाद ही संगठन का चुनाव हो इसका प्रस्ताव भी पास हो सकता है। अब सवाल है कि नड्डा अध्यक्ष बने रहते हैं तो उनके साथ यही संगठन काम करेगा या इसमें कुछ बदलाव होगा? पार्टी के जानकार सूत्रों का कहना है कि उनके साथ संगठन में काम करने के लिए कुछ नए लोग जुड़ सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि सरकार से कुछ लोग हटेंगे तो उनको संगठन के काम में लगाया जाएगा।
ध्यान रहे भाजपा संगठन में मुख्य रूप से अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष ही काम कर रहे हैं। उनके अलावा भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान कुछ काम संभालते हैं। ये दोनों मोदी सरकार में अहम मंत्रालय भी संभाल रहे हैं। सो, यह सेटअप अगले चुनाव तक काम करता रह सकता है। बताया जा रहा है कि मुख्य रूप से ये पांच लोग काम करेंगे। इनके अलावा जो नए महामंत्री और प्रभारी नियुक्त हुए हैं वे भी काम करते रहेंगे। उनके बदले जाने की संभावना कम है। लेकिन चुनाव के लिहाज से नए लोग नियुक्त हो सकते हैं। कुछ राज्यों में अतिरिक्त प्रभारी लगाए जा सकते हैं।
चुनाव प्रभारी अलग नियुक्त होंगे, वे आमतौर पर केंद्रीय मंत्री होते हैं। भाजपा की कमजोर सीटें जिन राज्यों में हैं वहां हर सीट पर विस्तारक नियुक्त किए गए हैं। उनके साथ समन्वय के लिए कुछ नेताओं को लगाया जा सकता है। हाल में एक नया राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया है लेकिन वे भी पूर्व कांग्रेसी नेता हैं। भाजपा की कोर आइडियोलॉजी से जुड़े कुछ नेता प्रवक्ता बनाए जा सकते हैं या टेलीविजन चैनलों पर वक्ताओं की सूची में शामिल किए जा सकते हैं।