चुनाव रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर के बारे में कहा जा रहा था कि वे इस साल 26 जनवरी तक अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे। हालांकि बाद में उन्होंने यह आइडिया टाल दिया था और कहा था कि जन सुराज पदयात्रा में वे अपने समर्थकों और आम लोगों से राय लेकर इस बारे में फैसला करेंगे। अब उनके समर्थक और आम लोग उनको राय दे रहे हैं कि वे राजनीतिक पार्टी बनाएं और लोकसभा का चुनाव लड़ें। तभी यह सवाल उठ रहा है कि वे क्या अब राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे? बिहार विधानसभा चुनाव में तो अभी करीब तीन साल का समय है लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है।
प्रशांत किशोर ने दो अक्टूबर 2022 को अपनी पदयात्रा शुरू की थी और तीन महीने में उन्होंने बिहार के दो जिलों पश्चिमी और पूर्वी चंपारण की यात्रा की है। वे एक दिन में तीन किलोमीटर के करीब चलते हैं और लोगों से बात करतें हैं, स्थानीय समस्याओं को समझते हैं। उन्होंने दोनों जिलों में सर्वेक्षण कराया। सबको पता है कि उनके पास सर्वेक्षण का एक बड़ा और अच्छा तंत्र है। पश्चिम चंपारण में सर्वे में शामिल उनके 97 फीसदी समर्थकों ने और पूर्वी चंपारण के 95 फीसदी समर्थकों ने कहा कि वे पार्टी बनाएं और अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव लड़ें। आगे भी उनकी यात्रा जहां जाएगी वहां वे सर्वेक्षण कराएंगे तो ऐसे ही नतीजे आएंगे। लेकिन वे और सर्वेक्षण का इंतजार नहीं कर सकते क्योंकि अगर उनको चुनाव लड़ना है तो जल्दी से जल्दी पार्टी बना कर उसकी तैयारी शुरू करनी होगी।