कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को तपस्वी बता रहे हैं और ऐसा इस आधार पर बताया जा रहा है कि कड़ाके की ठंड में भी हाफ टी शर्ट पहन कर यात्रा कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने दिल्ली से यात्रा का दूसरा चरण शुरू किया। सुबह जब उनकी यात्रा शुरू हुई तो दिल्ली में तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के करीब था और शीतलहर चल रही थी। लेकिन राहुल हाफ टी शर्ट में थे। वे हनुमान मंदिर में पूजा करने गए और वहां से उत्तर प्रदेश की ओर बढ़े। अब सवाल है कि वे तपस्वी हो गए हैं या कांग्रेस पार्टी की पीआर टीम उनको तपस्वी बनाने में लगी है? कांग्रेस के नेता खुद ही उनके हाफ बाजू का टी शर्ट पहनने का मुद्दा बना रहे हैं और इस आधार पर उनको घनघोर आत्मनियंत्रण वाला तपस्वी बता रहे हैं लेकिन जब राहुल से इस बारे में पूछा जा रहा है तो वे कह रहे हैं कि टी शर्ट से क्या डिस्टरबेंस है।
किसी को कोई डिस्टरबेंस नहीं है। लेकिन कांग्रेस या राहुल को बताना तो चाहिए कि इतनी ठंड में कैसे उनको ठंड नहीं लग रही है? आखिर पिछले साल तक तो उनको ठंड लगती थी। उनके पास काफी महंगी जैकेट वगैरह हैं, जो वे पहनते रहे हैं। फिर इस साल क्या हो गया कि उनको ठंड नहीं लग रही है? यह भी दिलचस्प है कि उनके साथ एक सौ से ज्यादा भारत यात्री चल रहे हैं, जिनमें से कइयों की उम्र उनसे कम है लेकिन उन सबको ठंड लग रही है। तभी ऐसा लग रहा है कि यात्रा के राजनीतिक मकसद के साथ साथ इसे आध्यात्मिक रूप देने के लिए राहुल ने दाढ़ी बढ़ाई है, हाफ टी शर्ट पहन कर चल रहे हैं ताकि यह मैसेज जाए कि वे यात्रा उनके लिए साधना की तरह है, पार्टी के प्रवक्ता व नेता उनको तपस्वी, राष्ट्रमित्र और भगवान राम बना रहे हैं और बची खुची कसर उनकी पार्टी के मीडिया मैनेजर पूरी कर रहे हैं।