ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना के बाद केंद्र सरकार रेल यात्रा को लेकर फैल रही भ्रांति को दूर करने और रेलवे से यात्रा करने वालों का भरोसा बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इस कोशिश के तहत मंगलवार को दो केंद्रीय मंत्रियों ने ट्रेन यात्रा की। सूचना व प्रसारण मंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर राज्यमंत्री एल मुरुगन के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से ग्वालियर गए। उनको बुधवार को लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फिजिकल एकुजेशन के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेना था। माना जा रहा है कि बालासोर की दुर्घटना के बाद यात्रियों में आशंका बढ़ी है।
ऊपर से विपक्षी पार्टियों ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है। कांग्रेस की ओर से कहा गया कि बालासोर ट्रेन हादसे के बाद हजारों की संख्या में यात्रियों ने अपनी टिकट कैंसिल कराई। हालांकि रेलवे की ओर से इसका खंडन किया गया और कहा गया है कि यात्री थोक में टिकट कैंसिल नहीं करा रहे हैं। बहरहाल, भले यात्री टिकट कैंसिल नहीं करा रहे हों लेकिन ट्रेन यात्रा की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा है, जिससे यात्रियों के मन में भय होगा। ध्यान रहे बालासोर की घटना इस सदी की दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना है। भारत में भी आखिरी बार इस तरह की बड़ी घटना 1999 में हुई थी। यानी पिछले ढाई दशक में भारत में भी पहली बार इतनी भीषण दुर्घटना हुई है। दुर्घटना के बाद जो भयावह तस्वीर और वीडियो लोगों के सामने आए हैं उससे निश्चित रूप से लोगों की मनोदशा प्रभावित हुई होगी। तभी दो केंद्रीय मंत्रियों की ट्रेन यात्रा कांफिडेंस बूस्टर का काम कर सकती है।