भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर हमला शुरू किया है। अभी तक जगन का पूरा सद्भाव केंद्र सरकार के प्रति था और भाजपा भी सद्भाव दिखाती थी। भाजपा की प्रदेश कमेटी के नेता कुछ हमले करते थे लेकिन राष्ट्रीय नेता उनके बारे में कुछ भी निगेटिव नहीं बोलते थे। वे भी हर मुद्दे पर केंद्र में भाजपा सरकार का साथ देते थे। लेकिन जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है और राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी टीडीपी के साथ भाजपा के तालमेल की बातें आगे बढ़ रही हैं वैसे वैसे भाजपा का नजरिया बदल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को चेन्नई के बाद आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक सभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने जगन मोहन की सरकार पर जम कर हमला बोला।
शाह ने कहा कि जगन मोहन की सरकार ने राज्य में कुछ काम नहीं किया है सिवाए भ्रष्टाचार के। उन्होंने कहा कि दिल्ली से मोदी सरकार जो पैसा भेजती है, जगन का काडर उसे लूट लेता है। शाह ने यह भी कहा कि जगन अपने को किसानों का हितैषी बताते हैं लेकिन उनको शर्म आनी चाहिए कि उनके राज्य में बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बाद में जगन की पार्टी के नेता और सांसद विजयसाई रेड्डी ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया। दोनों पार्टियों में यह आरोप प्रत्यारोप इसलिए शुरू हुआ है क्योंकि अगले साल मई में लोकसभा के साथ ही विधानसभा का चुनाव है और उससे पहले भाजपा अपनी पुरानी सहयोगी टीडीपी से तालमेल करने जा रही है। कुछ दिन पहले टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।