दिल्ली में विधानसभा का चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी को समझ में आया है कि पंजाब में तीन साल पहले महिलाओं को जो पैसे देने का वादा किया गया था उसको पूरा करना चाहिए। अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी जीत जाती तो हो सकता है कि यह मामला थोड़े दिन और टलता। यह भी हो सकता था कि 2027 के मार्च में होने वाले चुनाव से पहले ये रुपए दिए जाते। लेकिन अब दिल्ली के नतीजों के तुरंत बाद इसकी तैयारी शुरू हो गई है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने मार्च 2022 के चुनाव में वादा किया था कि उसका सरकार बनेगी तो वह 18 साल से ज्यादा उम्र की हर महिला को 11 सौ रुपया महीना देगी।
चुनाव प्रचार के दौरान जब इस बारे में पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से पूछा गया कि पंजाब पर पहले से इतना ज्यादा कर्ज है तो वहां से पैसे लाएंगे नकद देने के लिए। तब एक संत की तरह केजरीवाल ने जवाब दिया था कि उनकी पार्टी की सरकार बनते ही भ्रष्टाचार रोक दिया जाएगा, जिससे 34 हजार करोड़ रुपए हर साल बचेंगे और बालू माफिया पर लगाम लगा कर 20 हजार करोड़ रुपए बचाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम 54 हजार करोड़ रुपया तो हाथ में लेकर बैठे हैं, जिससे कर्ज भी चुकाएंगे और महिलाओं को पैसे भी देंगे। पिछले तीन साल में यह हुआ कि पंजाब का कर्ज उसके जीडीपी के 45 फीसदी के बराबर हो गया और महिलाओं को पैसे नहीं मिले। अब पैसे देने की बात हो रही है लेकिन शर्तें लागू होंगी। अब हर गरीब घर में एक ही महिला को पैसे देने की घोषणा हो सकती है क्योंकि राज्य की वित्तीय स्थिति बहुत खराब है।