भाजपा के दिग्गज नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के एक बार फिर सक्रिय होने की खबर है। बताया जा रहा है कि उन्होंने हजारीबाग में अटल सेवा केंद्र में एक मीटिंग की, जिसमें यह संकेत दिया कि वे एक राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं। कहा जा रहा है कि वे अटल विचार मंच को राजनीतिक दल का रुप दे सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि वे नई पार्टी बना कर कुछ लोगों को झारखंड विधानसभा चुनाव में भी उतारना चाहते हैं। गौरतलब है कि झारखंड में अगले दो तीन महीने में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। उसमें अगर यशवंत सिन्हा किसी भी रूप में उतरते हैं तो उसमें लोगों की दिलचस्पी होगी।
ध्यान रहे लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने परदे के पीछे से भाजपा के खिलाफ अभियान चलाया था। हालांकि उनकी अपनी पारंपरिक हजारीबाग सीट पर भाजपा जीत गई लेकिन अगर पूरे राज्य की बात करें तो भाजपा को झटका लगा। वह आदिवासियों के लिए आरक्षित सभी पांच सीटों पर चुनाव हार गई। इस बार भी आदिवासी गोलबंदी झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन में दिख रही है। ऐसे में अगर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कोई पार्टी या संगठन बना कर यशवंत सिन्हा भाजपा विरोधी अभियान चलाते हैं तो भाजपा के कोर वोट का कुछ नुकसान जरूर कर सकते हैं। तभी उनके अगले कदम पर सबकी नजर होगी। हालांकि राजनीतिक दल का पंजीयन करा कर चुनाव में उतरने के लिहाज से अब बहुत कम समय रह गया है। फिर भी उनकी सक्रियता ‘इंडिया’ ब्लॉक को फायदा पहुंचा सकती है।