आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अब कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के धर्मसंकट में डाला है। उन्होंने राहुल गांधी और शरद पवार को चिट्ठी लिखी है और मुख्यमंत्री आवास में हुई कथित मारपीट के मामले में उनसे मदद मांगी है। स्वाति ने दोनों नेताओं से मिलने का समय भी मांगा है। कांग्रेस के नेता हैरान परेशान हैं। ध्यान पहे स्वाति मालीवाल पहले ही कांग्रेस नेताओं को कठघरे में खड़ा कर चुकी हैं। उनका समर्थन कर रहा भाजपा का पूरा इकोसिस्टम पूछ रहा है कि महिला अधिकारों की इतनी बात करने वाले राहुल और प्रियंका क्यों नहीं इस मामले में स्वाति का साथ दे रहे हैं। राहुल और शरद पवार इस मामले में स्वाति मालीवाल से मिल नहीं सकते हैं और नहीं मिलेंगे तो उनको और भाजपा को सवाल उठाने का मौका मिलेगा।
ध्यान रहे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों का दिल्ली में गठबंधन टूट गया है लेकिन अरविंद केजरीवाल की पार्टी अब भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है। इसलिए कांग्रेस और एनसीपी के शीर्ष नेता कुछ नहीं कह सकते हैं। विपक्षी गठबंधन का मानना है कि स्वाति मालीवाल के पूरे प्रकरण के पीछे भाजपा की राजनीति है। उनके भाजपा के करीब जाने की खबरें भी आ रही थीं। लेकिन अब उन्होंने भाजपा से मदद मांगने की बजाय कांग्रेस और एनसीपी से मदद मांग कर दोनों को कठघरे में खड़ा किया है। उधर कानूनी प्रक्रिया भी एक ही जगह अटक गई है। मामूली मारपीट के मामले में गिरफ्तार केजरीवाल के पीए बिभव कुमार को जमानत ही नहीं मिल रही है। वे कथित तौर पर थप्पड़ मारने के आरोप में एक महीने से ज्यादा समय से जेल में बंद हैं।