भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा लग रहा है कि अन्ना डीएमके से तालमेल की उम्मीद छोड़ दी है। हालांकि पिछले दिनों राज्य के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्ना डीएमके के संस्थापक एमजी रामचंद्रन की जम कर तारीफ की थी। लेकिन पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह अकेले लड़ेगी। Tamilnadu politics
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सो, भाजपा अपनी तैयारी स्वतंत्र रूप से कर रही है। पहले उसका तमिल मनीला कांग्रेस के साथ तालमेल हुआ था। लेकिन अब वह दूसरी पार्टियों से तालमेल की बात कर रही है। बताया जा रहा है कि भाजपा ने अन्ना डीएमके से जबरदस्ती निकाल दिए गए पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के संपर्क में है। Tamilnadu politics
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ध्यान रहे पिछली बार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने ओ पनीरसेल्वम और ई पलानीस्वामी के बीच पंचायत की थी। दोनों पार्टी पर कब्जे के लिए लड़ रहे थे। बाद में पलानीस्वामी ने राजनीतिक और कानूनी दोनों लड़ाई में पनीरसेल्वम को हराया और पार्टी पर पूरा नियंत्रण कर लिया है। सो, पनीरसेल्वम अपने लिए नई जमीन तलाश रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा उनसे तालमेल की बात कर रही है। Tamilnadu politics
ओपेनहाइमर सचमुच सिकंदर!
इसके अलावा अन्ना डीएमके से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले टीटीवी दिनाकरण से भी भाजपा ने बातचीत शुरू की है। जयललिता की सबसे करीबी रहीं वीके शशिकला के भतीजे दिनाकरण एक बार चुनाव लड़ कर अपनी ताकत आजमा चुके हैं। उनको भी अपना आधार बचाने और बढ़ाने के लिए सहयोगियों की जरुरत है। अगर भाजपा, तमिल मनीला कांग्रेस, पनीरसेल्वम, दिनाकरण आदि एक मंच पर आते हैं तो लड़ाई त्रिकोणात्मक हो जाएगी, जिसमें डीएमके गठबंधन को फायदा हो सकता है।