इस बार लोकसभा चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा संविधान था और चुनाव के बाद भी राजनीतिक विमर्श में सबसे ज्यादा चर्चा संविधान की है। विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा में संविधान की प्रति हाथ में लेकर शपथ ली। राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक सभी नेता बात बात में संविधान बचाने की दुहाई देते हैं। विपक्ष का आरोप है कि नरेंद्र मोदी की सरकार संविधान का अपमान कर रही है और संविधान को खत्म कर देगी। तभी प्रधानमंत्री मोदी ने भी संविधान को माथे लगा कर तीसरे कार्यकाल की शुरुआत की और अब लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पत्रकारों को दोपहर के भोजन पर बुलाया तो उन्हें संविधान के प्रति भेंट की।
ओम बिरला ने संसद की कार्यवाही कवर करने वाले और भारत सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मंगलवार को दोपहर के भोजन पर बुलाया था। संसद की एनेक्सी में स्पीकर पूरे समय खुद मौजूद रहे और आत्मीयता के साथ पत्रकारों को राजस्थानी भोजन कराया। इतना ही नहीं उन्होंने पत्रकारों की समस्या भी सुनी। संसद की कार्यवाही कवर करने में आने वाली मुश्किलों के बारे में पत्रकारों ने बताया तो उन्होंने सब कुछ लिख कर देने को कहा। बाद में उनकी टीम ने पत्रकारों को संविधान की प्रति भेंट की। अनेक पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर संविधान की प्रति वाली तस्वीरें साझा की। ऐसा लग रहा है कि सरकार, संसद के पीठासीन पदाधिकारी और भाजपा के नेता सब संविधान के नैरेटिव में शामिल हो गए हैं।