महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा दिलचस्प घटनाक्रम शुरू हो गया है। राज्य में विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मतदान होना है। इसमें विधानसभा के सदस्य वोट करेंगे। विधानसभा में पार्टियों की संख्या को देखते हुए यह साफ है कि भाजपा, शिव सेना और एनसीपी की महायुति को नौ सीटें मिलेंगी, जबकि कांग्रेस, उद्धव ठाकरे और शरद पवार के महाविकास अघाड़ी को सिर्फ दो सीटें मिलेंगी। इनमें एक सीट के लिए कांग्रेस ने प्रद्न्या सातव को फिर से उम्मीदवार बनाया है और दूसरी सीट पर शरद पवार ने कृषक समाज के जयंत पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन अचानक उद्धव ठाकरे ने अपने करीबी सहयोगी मिलिंद नार्वेकर को तीसरे उम्मीदवार के तौर पर उतार दिया।
अब सवाल है कि यह तीसरा उम्मीदवार कैसे जीतेगा? उद्धव के इस दांव से महाराष्ट्र में राजनीति तेज हो गई है। ऐसा माना जाने लगा है कि सत्तारूढ़ महायुति के कुछ विधायक उद्धव के संपर्क में हैं। ये पुराने शिव सैनिक हो सकते हैं। गौरतलब है कि 288 सदस्यों की महाराष्ट्र विधानसभा में इस समय 274 विधायक हैं। 14 सीटें खाली हैं। सो, विधान परिषद की एक सीट जीतने के लिए 23 वोट की जरुरत है। कांग्रेस, उद्धव और शरद पवार के गठबंधन के पास सिर्फ 65 विधायक हैं। यानी तीसरी सीट जीतने के लिए कम से कम चार वोट की जरुरत है। हालांकि अंतिम समय में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए सबको कुछ अतिरिक्त वोट की जरुरत है। तभी कहा जा रहा है कि कम से कम आठ से 10 विधायकों से क्रॉस वोटिंग कराने की तैयारी है। अगर ऐसा होता है तो चुनाव से पहले भाजपा और उसके गठबंधन को बड़ा झटका लगेगा।