shashi tharoor : कांग्रेस के सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने केरल की कम्युनिस्ट सरकार के कामकाज की तारीफ की है।
उन्होंने राज्य की पिनराई विजयन सरकार की ओर से राज्य के आर्थिक विकास और लोगों की तरक्की के लिए उठाए गए नई और अच्छे कदमों का जिक्र किया है। (shashi tharoor)
यह बात उन्होंने एक लेख लिख कर कही है। ऐसा नहीं है कि कहीं भाषण दिया है। उसका लिखित दस्तावेज है। शशि थरूर ने यह काम ऐसे समय में किया है, जब राज्य में चुनाव की तैयारियां शुरू हो रही हैं।
अगले साल मई में केरल में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। केरल में आमतौर पर हर पांच साल में सत्ता बदलने का इतिहास रहा है। (shashi tharoor)
लेकिन पिछले चुनाव में यानी 2021 में यह ट्रेंड बदल गया। राज्य की एलडीएफ सरकार ने पांच साल शासन करने के बाद फिर सत्ता में वापसी की। कांग्रेस की सीटें पहले से कम हो गईं।
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सरकार बनी तो वेणुगोपाल की लॉटरी (shashi tharoor)
केरल के नतीजे में सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि 2019 में कांग्रेस के गठबंधन ने राज्य की 20 में से 19 सीटें जीती थीं लेकिन दो साल बाद विधानसभा में हार गई।
इस बार कांग्रेस गठबंधन ने सभी 20 सीटें जीती हैं और इस बार केरल में सरकार बनाने की उम्मीद कर रही है। राहुल के बाद अब प्रियंका गांधी वाड्रा केरल की वायनाड सीट से सांसद बन गई हैं।
केरल के केसी वेणुगोपाल कांग्रेस में कर्ता धर्ता हैं। ऐसे में थरूर का विजयन सरकार की तारीफ करना पार्टी आलाकमान को पसंद नहीं आया है। (shashi tharoor)
संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने थरूर को निशाना बनाया और उनकी आलोचना की। सवाल है कि थरूर ने ऐसा क्यों किया? वे जान रहे हैं कि चुनाव है और कांग्रेस के लिए इसे जीतना बहुत जरूरी है।
उनको यह भी पता है कि उनकी तारीफ का इस्तेमाल राज्य सरकार चुनाव में करेगी। फिर भी उन्होंने तारीफ की। ऐसा लग रहा है कि थरूर को अंदाजा हो गया है कि कांग्रेस की ओर से उनको कुछ नहीं मिलने वाला है।
चुनाव जीतने पर न वे सीएम बनेंगे और न चेन्निथला, सुधाकरण और सतीशन बनेंगे। सरकार बनी तो वेणुगोपाल की लॉटरी खुलेगी। (shashi tharoor)
ऊपर से थरूर ने अगली बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है। सो, उनके लिए अब कांग्रेस की राजनीति में बहुत कुछ बचा हुआ नहीं दिख रहा है।