राज्यसभा की 10 सीटों पर चुनाव होना है, जिनमें से तीन सीटें गुजरात की हैं। इन तीनों सीटों पर अभी भाजपा के ही सांसद हैं, जिनमें से एक विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को जैसा प्रचंड बहुमत मिला है उसे देखते हुए कांग्रेस ने इस बार उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। इस तरह तीनों सीटों पर भाजपा का उम्मीदवार निर्विरोध चुना जाएगा। जयशंकर के अलावा दिनेश चंद्र अनावाडिया और जुगल सिंह माथुर दो अन्य राज्यसभा का सांसद हैं, जिनके रिपीट होने की संभावना कम है। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी और उनकी सरकार में मंत्री रहे नितिन पटेल को राज्यसभा भेजा जा सकता है।
बहरहाल, भाजपा ने तय किया है कि इस साल लोकसभा चुनाव में राज्यसभा के सांसदों को भी उतारा जाएगा। जो राज्यसभा सांसद केंद्र सरकार में मंत्री हैं उनको लोकसभा की टिकट देने का फैसला हुआ है। लेकिन जयशंकर उसमें अपवाद होंगे। उनके अलावा दो तीन और राज्यसभा सांसद हैं, जिनको लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना होगा। जयशंकर के अलावा हरदीप सिंह पुरी भी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। पिछली बार वे अमृतसर से लड़े थे और हार गए थे। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बारे में भी कहा जा रहा है कि वे चुनाव नहीं लडेंगी। पहले उनके तमिलनाडु की किसी सीट से लड़ने की चर्चा थी। बताया जा रहा है कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनके बारे में कहा जा रहा है कि पार्टी ने राजेश अग्रवाल को कोषाध्यक्ष बनाया है लेकिन अघोषित रूप से कोषाध्यक्ष का काम अब भी गोयल ही संभाल रहे हैं। इसलिए उनको चुनाव लड़ने नहीं भेजा जा सकता है।