लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य की सारण सीट पर हुई हिंसा के बाद बिहार की राजनीति में अचानक एक नया मोड़ आ गया है। सारण सीट पर मतदान के दिन दो समूहों में झड़प हुई, जिसके गोली चल गई और चंदन यादव नाम के एक युवक की मौत हो गई। एक दो और लोग घायल भी हुए हैं। इस सीट पर भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी चुनाव लड़े हैं। यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा समर्थक की गोली से चंदन यादव की मौत हुई है। उसके बाद से यह मुद्दा जातीय रंग लेता जा रहा है। इससे कई सीटों पर राजनीतिक समीकरण बदल गया है। माना जा रहा है कि सारण से सटे महाराजगंज सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार आकाश प्रसाद सिंह को इसका फायदा होगा तो बक्सर सीट पर राजद के सुधाकर सिंह को नुकसान हो जाएगा।
गौरतलब है कि महाराजगंज सीट पर भाजपा के जनार्दन सिंह सिगरीवाल के मुकाबले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे आकाश प्रसाद सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। सिगरीवाल राजपूत और आकाश भूमिहार जाति के हैं। बताया जा रहा है कि सारण की घटना के बाद यादव आक्रामक हो गए हैं और वे पूरी तरह से कांग्रेस का साथ दे रहे हैं। इसका फायदा कांग्रेस के होगा। लेकिन बक्सर सीट से चुनाव लड़ रहे राजद के राजपूत उम्मीदवार सुधाकर सिंह की मुश्किल बढ़ गई है। क्योंकि सारण के राजपूत और यादव के विवाद से वहां यादव सुधाकर सिंह की बजाय निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक ददन यादव उर्फ ददन पहलवान को समर्थन देते दिख रहे हैं। कई सीटों पर जहां यादव उम्मीदवार नहीं है वहां उनका वोट भाजपा को जाता था जो इस घटना के बाद मिलने की संभावना कम हो गई है। गौरतलब है कि बिहार में अभी 16 सीटों पर मतदान बाकी है।