ram gopal yadav: सहयोगी पार्टियां कांग्रेस को लेकर कितनी परेशान हैं, इसका एक संकेत समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के एक इंटरव्यू से मिलता है।
उन्होंने अंग्रेजी के एक अखबार को इंटरव्यू दिया, जिसमें कहा कि कांग्रेस की वजह से भाजपा को नहीं हरा पा रहे हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के चाचा ने कांग्रेस को कई चीजों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने बिहार में महागठबंधन की हार का ठीकरा भी कांग्रेस पर फोड़ा और कहा कि अगर कांग्रेस कम सीटों पर लड़ती तो महागठबंधन की सरकार बन सकती थी और महागठबंधन की सरकार बन जाती तो लोकसभा चुनाव में भी ‘इंडिया’ ब्लॉक पहले से बहुत ज्यादा सीटें जीत सकता था।
सोचें, ऐसे हेतु हेतु मध्यभूत में राजनीति होती है? नवजोत सिंह सिद्धू अपनी कमेंटरी में कहते हैं कि, ‘मेरी चाची की मूंछें होती तो उनको चाचा कहता’।(ram gopal yadav)
वही बात रामगोपाल यादव कह रहे हैं कि अगर कांग्रेस 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर नहीं लड़ती तो राजद और लेफ्ट ज्यादा सीटों पर लड़ते और ज्यादा सीट जीतते क्योंकि उनका स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा था, जबकि कांग्रेस का स्ट्राइक रेट कम था।
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सारी कमजोर सीटें कांग्रेस को थमा दी(ram gopal yadav)
उनको पता ही नहीं है कि राजद के सारी कमजोर सीटें कांग्रेस को थमा दी थीं। कांग्रेस को उन इलाकों में सीटें मिली थीं, जिनमें भाजपा और जदयू मजबूत हैं, जबकि राजद और लेफ्ट उन इलाकों में लड़े, जहां उनका समीकरण बेहतर है।
बहरहाल, उन्होंने इसके बाद कहा कि अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार 2020 में बन जाती तो 2024 में ‘इंडिया’ ब्लॉक 30 सीटें जीत जाता और केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं बन पाती।
इतने संयोगों के साथ राजनीति नहीं होती है। लेकिन उनके कहने का मकसद सिर्फ कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करना था।(ram gopal yadav)
उन्होंने यह भी कहा कि सपा ने हरियाणा में पांच सीटें मांगी थी लेकिन कांग्रेस एक सीट दे रही थी और वह भी पसंद की सीट नहीं दे रही थी। सो, बिहार से लेकर हरियाणा और लोकसभा चुनाव तक हर जगह उनके लिहाज से हार का कारण कांग्रेस है।