अगर सोनिया गांधी कर्नाटक से राज्यसभा में जाती हैं तो कांग्रेस महासचिव और वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा का क्या होगा? बताया जा रहा है कि वे कर्नाटक से राज्यसभा में जाने के प्रयास कर रही हैं। पहले वे हरियाणा से राज्यसभा सदस्य थीं, लेकिन 2019 में जब भूपेंदर सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा दोनों लोकसभा चुनाव हार गए तब शैलजा की सीट भूपेंदर हुड्डा ने अपने बेटे को दिला दी। शैलजा इस समय छत्तीसगढ़ की प्रभारी हैं और वहां से भी राज्यसभा जाने के प्रयास कर सकती हैं पर मुश्किल यह है कि वहां से पहले से राजीव शुक्ल और रंजीत रंजन दो बाहरी लोग राज्यसभा में हैं। ये दोनों पिछले ही साल राज्यसभा में गए हैं। इसलिए तीसरा बाहरी व्यक्ति राज्यसभा नहीं जा सकता है।
अगर कांग्रेस इस बार चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करती है तो मध्य प्रदेश में संभावना बन सकती है। राजस्थान से भी पहले ही तीन बाहरी लोग राज्यसभा सांसद हैं। इसलिए कुमारी शैलजा की नजर कर्नाटक पर थी। बताया जा रहा है कि वहां के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने उनको कुछ आश्वासन भी दिया था। जानकार सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच बात हुई थी और यह तय हुआ था कि शैलजा राज्य की राजनीति में सुरजेवाला की मदद करेंगी और बदले में वे उनको राज्यसभा दिलाएंगे। ध्यान रहे हरियाणा की राजनीति में हुड्डा पिता-पुत्र ने सुरजेवाला, शैलजा, किरण चौधरी सहित तमाम नेताओं को हाशिए में धकेल दिया है। बहरहाल, अगर सोनिया गांधी कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य बनती हैं तो कुमारी शैलजा के लिए वहां के रास्ते बंद हो जाएंगे।