हरियाणा में राज्यसभा की एक और सीट खाली हो गई है। दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद एक सीट खाली हुई थी, जिस पर भाजपा ने कांग्रेस से आईं किरण चौधरी को राज्यसभा भेज दिया। अब भाजपा के अपने नेता कृष्ण लाल पंवार के विधायक बन जाने से एक सीट खाली हुई है। कृष्ण लाल पंवार इसराना सीट से विधायक बन गए हैं। वे 2022 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे और उनकी सीट का कार्यकाल 2028 तक है। सो, चुनाव नतीजे आते ही इस सीट के लिए दावेदारी शुरू हो गई है। कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में गए कुलदीप बिश्नोई इस सीट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। असल में उनके बेटे भव्य बिश्नोई इस बार आदमपुर सीट से हार गए हैं, जो 57 साल से परिवार का गढ़ थी।
दूसरी ओर कुलदीप के भाई चंद्रमोहन बिश्नोई कांग्रेस से विधायक बने हैं और उनको विधायक दल का नेता बनाए जाने की चर्चा है। तभी कुलदीप के दावे को गंभीर माना जा रहा है। हालांकि भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि किरण चौधरी को इसलिए सीट मिल गई क्योंकि वह सीट बोनस में भाजपा को मिली थी। कांग्रेस के ही दीपेंद्र चौधरी की सीट थी वह। लेकिन कृष्ण लाल पंवार वाली सीट तो भाजपा की है। दूसरी दावेदारी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली की बताई जा रही है क्योंकि उन्होंने पार्टी के कहने पर विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। पार्टी के वरिष्ठ नेता रामबिलास शर्मा की भी विधानसभा की टिकट कट गई थी। सो, वे भी दावेदार बताए जा रहे हैँ। पार्टी किसी बाहरी नेता को भी ला सकती है, यह भी चर्चा है।