प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार पहले की दो सरकारों के मुकाबले ज्यादा अनुभवी नेताओं की होगी। इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने ज्यादातर पुराने मंत्रियों को सरकार में बनाए रखा है। उनमें से कई तो ऐसे हैं, जिनको मोदी की दोनों सरकारों से काम करने का अनुभव है। इनके अलावा कई पूर्व मुख्यमंत्रियों को इस बार नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में शामिल किया है। मोदी की पिछली सरकार में राजनाथ सिंह, नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा जैसे पूर्व मुख्यमंत्री शामिल थे। लेकिन इस बार पूर्व मुख्यमंत्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है।
पिछली सरकार में मंत्री रहे राजनाथ सिंह और सर्बानंद सोनोवाल इस बार भी मंत्री बनाए गए हैं। इनके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान को भी मंत्री पद मिला है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे बिप्लब देब को भी प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार सरकार में शामिल किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर भी सरकार में शामिल हुए हैं। सहयोगी पार्टी की ओर से जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी को मंत्री बनाया गया है। इनके अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया है। वे अपनी पार्टी के इकलौते सांसद हैं और दलित समाज से आते हैं। इस तरह कुल मिला कर छह पूर्व मुख्यमंत्रियों को केंद्र में मंत्री बनाया गया है।