इस बात की बड़ी चर्चा थी कि लोकसभा चुनाव हार गए कुछ नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार में मौका देंगे। चुनाव हारे हुए कुछ मंत्रियों के नाम की चर्चा थी तो कुछ पूर्व मंत्रियों के नाम की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन मोदी सरकार में किसी भी हारे हुए नेता को जगह नहीं मिली है। सिर्फ उन्हीं लोगों को मंत्री बनाया गया है, जो लोकसभा का चुनाव जीते हैं या पहले से राज्यसभा सांसद हैं। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा था कि चुनाव हारे हुए तीन मंत्रियों अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन इन तीनों की शपथ नहीं हुई है।
इसी तरह बिहार के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के भी नाम की चर्चा थी। लेकिन वे भी मंत्री नहीं बने। जानकार सूत्रों का कहना है कि इन चार में से एक या दो को अगली फेरबदल में मंत्री बनाया जा सकता है। एक जानकार नेता ने अनौपचारिक बातचीत में बताया कि ऊपर के नेताओं का सद्भाव है लेकिन पहले सांसद बनना होगा। सो, राज्यसभा की खाली हुई सीटों पर जबरदस्त लॉबिंग होगी। राजस्थान में केसी वेणुगोपाल, महाराष्ट्र में पीयूष गोयल, हरियाणा में दीपेंद्र हुड्डा और बिहार में विवेक ठाकुर व मीसा भारती की राज्यसभा सीट खाली हुई है। इन सीटों पर अगर किसी हारे हुए मंत्री या पूर्व मंत्री को मौका मिलता है तो यह तय मानना चाहिए कि वह अगली फेरबदल में मंत्री बनेगा।