भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने Rahul Gandhi को अब पप्पू कहना बंद कर दिया है। लगता है उस नैरेटिव की मियाद पूरी हो गई है। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा और उसके बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन के बाद भाजपा नेताओं ने उन पर हमले का तरीका बदल दिया है। अब कभी कभार उनको बालक बुद्धि तो कहा जाता है लेकिन पप्पू वाला नैरेटिव छोड़ दिया गया है। लेकिन जब से वे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हुए हैं तब से भाजपा को कुछ नया चाहिए था उनको निशाना बनाने के लिए।
भाजपा को पता है कि नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में अगर राहुल को स्थापित और स्थिर होने दिया जाता है तो वे सचमुच भाजपा का विकल्प बनेंगे और उनके नेतृत्व को लेकर गंभीरता से लेने लगेंगे। तभी उनको अराजक, गुंडा, लंपट आदि ठहराने का अभियान शुरू हो गया है। संसद में उनके बैठने के स्टाइल, बोलने के तरीके, पहनावे आदि को लेकर भी उनको अगंभीर बताने का प्रयास चल रहा है।
कह सकते हैं कि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल को हैंडल करने का भाजपा का तरीका बदल गया है। यह भी प्रचारित किया जा रहा है कि अब प्रियंका गांधी वाड्रा संसद में आ गई हैं, जो राहुल से बेहतर वक्ता हैं, उनसे बेहतर नेता हैं और उनसे अच्छे तरीके से राजनीति को समझती हैं। भाजपा का ही इकोसिस्टम प्रियंका को बड़ा बनाने में लगा हुआ है। इसका भी मकसद राहुल की राजनीति को कमजोर करना है।
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इस बीच संसद के शीतकालीन सत्र में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के मसले पर हुए विवाद ने भाजपा को मौका दे दिया। यह संयोग था या प्रयोग, नहीं कहा जा सकता है लेकिन इस घटनाक्रम से राहुल की छवि बिगाड़ने का मौका भाजपा को जरूर मिल गया है।
अब भाजपा ने उनको गुंडा और लंपट साबित करना शुरू कर दिया है। अब कहा जा रहा है कि वे गुंडागर्दी करते हैं और महिलाओं से बदतमीजी या दुर्व्यवहार करते हैं। यह अनायास नहीं है कि नागालैंड से भाजपा की राज्यसभा सांसद फांगनेन कोन्याक ने राहुल गांधी पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। संसद के मकर द्वार पर हो रहे प्रदर्शन के दौरान सांसदों का एक दूसरे के नजदीक आना या एक दूसरे से टकराना बहुत सामान्य बात है लेकिन कोन्याक ने कहा कि Rahul Gandhi उनके बहुत नजदीक आ गए थे, जिससे वे असहज महसूस कर रही थीं। संसद के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी महिला सांसद ने इस तरह के आरोप लगाए हैं और महिला आयोग ने तत्काल संज्ञान लेकर स्पीकर और सभापति से कार्रवाई करने की मांग कर दी।
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हालांकि समाजवादी पार्टी की जया बच्चन ने कहा कि नागालैंड की महिला सांसद नाटक कर रही हैं लेकिन यह गंभीर बात है। इसी तरह जब धक्कामुक्की में ओडिशा के भाजपा के सांसद प्रताप सारंगी गिर गए और उनको चोट लग गई तो संसद परिसर में राहुल उनको देखने गए, जहां भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने सबके सामने राहुल से कहा कि वे गुंडागर्दी कर रहे हैं। इसके बाद राहुल पर भाजपा सांसदों ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया। सो, मुकदमों का फैसला होने तक राहुल के हलफनामे में अब इन क्रिमिनल केसेज का जिक्र करना होगा और राहुल दागी सांसद माने जाएंगे। यह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने का पहला इनाम उनको मिला है। आगे भी भाजपा से इसी तरह टकराव बने रहना है।