लोकसभा के चुनाव में विपक्ष को ज्यादा सीटें मिलने से एक बदलाव एक दिख रहा है कि इस बार संसद ज्यादा जीवंत दिख रही है और लीक से हट कर भी कई चीजें हो रही हैं। हालांकि कई चीजें संसदीय परंपरा के अनुकूल नहीं हैं फिर भी सांसद जानते बूझते वह काम कर रहे हैं। जैसे शपथ लेते समय किसी तरह के नारेबाजी की इजाजत नहीं होती है या कोई भाषण नहीं देना होता है लेकिन इस बार सांसद भाषण देते और नारेबाजी करते दिख रहे हैं। शपथ समारोह के दौरान नोक-झोंक भी नई चीज दिख रही है। जैसे पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू ने टोका तो पप्पू यादव ने कहा कि वे छठी बार जीत कर आए हैं। इसके बाद बहुत तल्खी से उन्होंने रिजीजू को कहा कि ‘आप कृपा पर जीत कर आए हैं और हम चौथी बार निर्दलीय जीत कर आए हैं’।
इसी तरह नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने शपथ के बाद बोलना शुरू कर दिया तो सत्तापक्ष के लोगों ने कहा कि वे शपथ लेने आए हैं भाषण न दें। इस पर उन्होंने कहा कि वे इसके लिए आए हैं। वे बोलेंगे और सबको सुनना होगा। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शपथ लेने के बाद जय फिलस्तीन का नारा लगा दिया। बाद में उत्तर प्रदेश की बरेली सीट से जीते भाजपा के सांसद छत्रपाल सिंह ने जय हिंदू राष्ट्र का नारा लगाया। कई लोगों ने जय संविधान और जय भीम के नारे लगाए। संसद में सत्तापक्ष की ओर से पहले दिन से भारत माता की जय के नारे भी गूंजते रहे। हालांकि शपथ के साथ नारेबाजी की कोई परंपरा नहीं है, बल्कि यह नियम के अनुकूल नहीं है फिर भी कई कई बार जीते सांसद इस बार नारे लगाते रहे।