संसद का बजट सत्र समाप्त हो गया है। आखिरी दिन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर एक प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की गई। इससे एक दिन पहले सरकार की ओर से यूपीए सरकार के 10 साल के राज पर पेश किए गए श्वेत पत्र पर चर्चा की गई, जिसमें बताया गया कि कैसे मनमोहन सिंह की सरकार के समय देश की अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठ गया था। सत्र शुरू होने से पहले सरकार की ओर से रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें बताया गया था कि पिछले 10 साल में देश कितनी तेज रफ्तार से तरक्की कर रहा है। इस बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान दोनों सदनों में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस शासन की कथित विफलताओं और परिवारवाद पर जोरदार हमला किया था।
इस तरह 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में 18वीं लोकसभा के चुनाव का एजेंडा तय कर दिया गया। सरकार की उपलब्धियों के बखान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से कांग्रेस को अटैक किया उससे जाहिर हो गया कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद भाजपा के प्रचार के प्रमुख मुद्दों में से एक होंगे। इसके बाद श्वेत पत्र में मनमोहन सिंह सरकार की विफलताओं और उस समय चर्चा में आए 15 घोटालों का जिक्र किया गया। एक बार फिर भाजपा इन घोटालों को उजागर करेगी। इसके बाद राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का मुद्दा उठा और संसद की कार्यवाही से पूरे देश में इसका संदेश दिया गया। इस तरह चुनावी एजेंडा तय करके सत्र का समापन हुआ।