ओडिशा में विधानसभा चुनाव के बाद ऐसा लग रहा था कि लगातार 24 साल राज करने के बाद थके हुए नवीन पटनायक सक्रिय विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाएंगे। लेकिन उन्होंने पहले दिन से सबको गलत साबित किया है। वे लगातार सक्रिय हैं और भाजपा को घेरने का काम कर रहे हैं। अभी उनकी पार्टी की नजर मुख्यमंत्री से ज्यादा राज्यपाल पर लगी है। बीजू जनता दल ने राजभवन में होने वाली गतिविधियों को निशाना बनाते हुए कहा है कि ओडिशा का राजभवन भाजपा का चुनावी वार रूम बन गया है। गौरतलब है कि ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास हैं, जिनके बारे में लगातार यह चर्चा चल रही है कि वे झारखंड लौटना चाहते हैं, जहां अभी विधानसभा चुनाव हो रहा है। हालांकि वे अभी तुरंत सक्रिय राजनीति में नहीं लौटने जा रहे हैं लेकिन बीजद का हमला जारी है।
पिछले दिनों झारखंड चुनाव के सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ओडिशा के राजभवन पहुंचे थे। वे राज्यपाल से मिले और बाद में कहा कि उनकी यात्रा निजी है। लेकिन बीजद ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया है। ध्यान रहे ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी लगातार झारखंड में प्रचार कर रहे हैं, राज्यपाल के झारखंड जाकर चुनाव लड़ने की चर्चाएं होती हैं, राज्यपाल का दिल्ली दौरा होता है और इस बीच झारखंड चुनाव के सह प्रभारी का ओडिशा का दौरा करते हैं तो इन सबको मिला कर बीजू जनता दल ने बड़ा मुद्दा बना दिया। इस बीच पूर्व उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी ओडिशा के दौरे पर गए और राज्यपाल रघुबर दास से उनकी भी मुलाकात हुई। उधर झारखंड में हेमंत सोरेन भी कह रहे हैं कि उनके खिलाफ जो मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री लगाए गए हैं उनमें से एक ओडिशा राजभवन में हैं।