भारतीय जनता पार्टी ने ओडिशा में ऑपरेशन लोटस शुरू कर दिया है। चुनाव नतीजों के बाद इस ऑपरेशन का पहला शिकार ममता महंता हैं। उन्होंने बीजू जनता दल और राज्यसभा दोनों से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। जाहिर है उप चुनाव में बीजू जनता दल की यह राज्यसभा सीट भाजपा के खाते में चली जाएगी। ममता महंता के बाद खबर है कि बीजद के कई और नेता पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं। भाजपा के एक विधायक ने संख्या भी बताई। उन्होंने कहा कि बीजद के कम से कम 30 बड़े नेता भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। ध्यान रहे चुनाव हारने के बाद बीजद के 51 विधायक जीते हैं और उनके नौ राज्यसभा सांसद हैं।
बहरहाल, ओडिशा में शुरू हुए ऑपरेशन लोटस ने कई सहयोगी दलों के कान खड़े कर दिए हैं। इस समय भाजपा की सहयोगी पार्टियों में तेलुगू देशम पार्टी, जनता दल यू, शिव सेना और एनसीपी मुख्य हैं। इनके अलावा परोक्ष समर्थन करने वाली पार्टी वाईएसआर कांग्रेस है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में अभी चुनाव हैं और बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। सो, संभव है कि अभी इन दोनों राज्यों के सहयोगियों के खिलाफ ऑपरेशन लोटस नहीं हो। लेकिन आंध्र प्रदेश में जगन मोहन की पार्टी के खिलाफ यह ऑपरेशन शुरू हो सकता है। इस संभावना ने सहयोगी पार्टियों की चिंता बढ़ाई है। उनको लग रहा है कि जरुरत खत्म होने के बाद उनकी पार्टी भी तोड़ी जा सकती है। सबको पता है कि महाराष्ट्र और बिहार दोनों जगह सहयोगी पार्टियों पर भाजपा की नजर है। खास कर शिव सेना और जनता दल यू पर।