केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राजनीतिक बातें बड़े छायावादी अंदाज में कहते हैं। उनको भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से नाराजगी जतानी होती है तब भी वे बड़ी बारीकी से अपनी बात कहते हैं। अभी पिछले दिनों उन्होंने नसीहत दी थी कि सार्वजनिक जीवन में रहने वालों को आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए था। यह बात उन्होंने तब कही थी, जब उनकी पार्टी कांग्रेस पर इस बात के लिए हमला कर रही थी कि उसने सैकड़ों बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक बातें कही हैं। इसी तरह उन्होंने यह भी कहा कि इन दिनों देश में असहमति के लिए स्पेस कम होता जा रहा है। फिर वे दो बार कह चुके हैं कि उनको विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव मिला था।
अब उन्होंने महाराष्ट्र में लागू हुई लड़की बहिन योजना पर इसी तरह छायावादी अंदाज में सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि इस योजना में इतनी बड़ी सब्सिडी दी जानी है कि दूसरी योजनाओं में मिलने वाली सब्सिडी या रिफंड या अन्य लाभ मिलेंगे या नहीं यह नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस योजना पर हर साल 46 हजार करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं और इस वजह से दूसरी योजनाओं की सब्सिडी में देरी हो सकती है। यह भाजपा की बड़ी महत्वाकांक्षी योजना है, जिस पर उसे महाराष्ट्र का चुनाव जीतना है। लेकिन उससे पहले गडकरी इसे वित्तीय पक्ष बता कर इसकी पोल खोल रहे हैं। इससे विपक्ष को भी एकनाथ शिंद सरकार की इस योजना पर सवाल उठाने का मौका मिलेगा।