केरल में सरकार चला रही सीपीएम इस समय भाजपा और कांग्रेस दोनों के निशाने पर है और साथ ही केंद्र सरकार की एजेंसियों के भी निशाने पर है। पिछले कुछ दिनों में आयकर विभाग ने सीपीएम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। उसका एक जिले में बैंक खाता सीज किया गया है।
उसके बाद आयकर विभाग की ओर से बताया जा रहा है कि सीपीएम के 80 बैंक खाते ऐसे हैं, जिनके बारे में सूचना नहीं दी गई है। यानी बेहिसाबी खाते हैं। सोचें, आर्थिक ईमानदारी की नीति का सौ फीसदी पालन करने वाली पार्टी पर इतना बड़ा आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि इन 80 खातों में 25 करोड़ रुपए जमा हैं।
सीपीएम के ज्यादातर खाते सहकारिता बैंकों में हैं और इनमें से कुछ बैंक अलग अलग तरह के घोटालों में भी फंसे रहे हैं। इसी तरह यह भी खबर है कि सीपीएम की एक सौ के करीब संपत्तियां हैं, जिनके बारे में उसने जानकारी नहीं दी है। सो, इस मामले में देश की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी घिरी है।
इसे लेकर भाजपा को उसके ऊपर हमला कर ही रही है अब कांग्रेस ने इस मामले को नया मोड़ दिया है। कांग्रेस का कहना है कि सीपीएम के नेता खास कर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन इसलिए राहुल गांधी पर हमला कर रहे हैं क्योंकि केंद्रीय एजेंसियों ने उनकी नस दबाई है और उनको मजबूर किया है। गौरतलब है कि विजयन की बेटी भी केंद्रीय एजेंसियों की रडार पर आई है। कांग्रेस के नेता इसे भी मुद्दा बना रहे हैं और कह रहे हैं कि इस वजह से विजयन मुखर होकर कांग्रेस और राहुल की आलोचना कर रहे हैं।