फिर से किसानों के आंदोलन के दिन लौट रहे हैं। तीन राज्यों के किसान नए सिरे से आंदोलित हुए हैं और अगले एक हफ्ते में इसका असर राजधानी दिल्ली में चौतरफा देखने को मिल सकता है। ध्यान रहे तीन साल पहले इन्हीं तीन राज्यों के किसानों ने केंद्र सरकार के तीन कानूनों के खिलाफ आंदोलन किया था। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान फिर से आंदोलन करने जा रहे हैं। पंजाब के किसाब छह दिसंबर यानी शुक्रवार को शंभू बॉर्डर से पैदल ही दिल्ली की ओर मार्च करेंगे तो उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को एक हफ्ते का समय दिया है।
पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली की ओर मार्च कर रहे थे लेकिन उनको सीमा से पहले रोक दिया गया। कई घंटे के प्रदर्शन के बाद तीनों प्राधिकारों के अधिकारियों ने मुआवजे के भुगतान के बारे में फैसला करने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा था। इसी तरह हरियाणा में भी किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया है कि सरकार से समझौते के तहत उसे एक हफ्ते के लिए स्थगित किया है। उधर शंभू बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल का आमरण अनशन चल रहा है तो किसान छह दिसंबर को दिल्ली कूच कर रहे हैं। चारों तरफ से दिल्ली पहुंचने वाली सड़कों पर इसका असर दिखेगा।