कर्नाटक में विधानसभा का चुनाव हारने के बाद से भाजपा मौके की तलाश में थी। उसने पूर्व मुख्यमंत्री और लिंगायत समुदाय के सबसे बड़े नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष बना कर राज्य के सबसे बड़े मतदाता समूह को साध लिया है। वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले आर अशोक को भाजपा ने विधायक दल का नेता बनाया है लेकिन उनका चेहरे वोक्कालिगा समुदाय में एचडी देवगौड़ा या डीके शिवकुमार से मुकाबले वाला नहीं है। ध्यान रहे मई में हुए विधानसभा चुनाव में वोक्कालिगा वोट जेडीएस से टूट कर कांग्रेस के साथ गया था क्योंकि ऐसी लग रहा था कि डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री बन सकते हैं। हालांकि वे उप मुख्यमंत्री ही बन पाए। फिर भी ढाई साल के बाद उनके मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद में वोक्कालिगा कांग्रेस से जुड़ा रह सकता है।
तभी भाजपा ने देवगौड़ा परिवार की पार्टी जेडीएस के साथ तालमेल किया है। तालमेल की घोषणा के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने देवगौड़ा परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरों के जरिए मोदी ने वोक्कालिगा समुदाय को बड़ा संदेश दिया। मुलाकात के दौरान अभिभावक की तरह उन्होंने देवगौड़ा को कुर्सी पर बैठाया और खुद उनके पीछे उनके कंधे पर हाथ रख कर खड़े हुए। मोदी के अगल बगल में देवगौड़ा के दोनों बेटे- एचडी रेवन्ना और एचडी कुमारस्वामी खड़े हुए। प्रधानमंत्री ने देवगौड़ा को बिठा कर और खुद उनके पीछे खड़े होकर जो मैसेज दिया है वह कर्नाटक में वोक्कालिगा समुदाय में वायरल हो रहा है। समुदाय इसे बड़े सम्मान की तरह देख रहा है। देवगौड़ा परिवार के किसी सदस्य के केंद्र में मंत्री बनने और आने वाले दिनों में फिर से कर्नाटक के राज में लौटने का मैसेज भी मोदी ने बनवा दिया है।