बिहार में राज्यसभा की दो सीटें खाली हुई हैं। भाजपा के विवेक ठाकुर लोकसभा चुनाव जीत गए तो उनकी सीट खाली हुई और राजद की मीसा भारती के चुनाव जीतने से दूसरी सीट खाली हुई है। पहले कहा जा रहा था कि इसमें एक सीट जदयू को मिलेगी और भाजपा अपने कोटे की एक सीट लेगी। लेकिन अब नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू को इन दो में से कोई सीट नहीं मिल रही है। नीतीश कुमार की पार्टी को बदले में विधान परिषद की एक सीट मिली है, जिस पर भगवान सिंह कुशवाहा का नामांकन कराया गया है। कहा जा रहा है कि एक सीट और खाली होने वाली है और वह सीट भी जदयू को मिलेगी। नीतीश की ओर से भाजपा से समन्वय करने वाले नेताओं ने यह समझौता किया है। कहा जा रहा है कि अगर नीतीश सीधे बात करते तो शायद ऐसा नहीं होता।
बहरहाल, राज्यसभा की खाली हुई दो में से एक सीट एनडीए में शामिल उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को मिलेगी। इसकी घोषणा कर दी गई है। बताया जा रहा है कि मीसा भारती के इस्तीफे से खाली हुई सीट उनको मिलेगी। इस सीट का कार्यकाल 2028 तक यानी चार साल का है। दूसरी सीट का कार्यकाल दो साल का है। अभी यह तय नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी उस सीट पर किसको उम्मीदवार बनाएगी। बताया जा रहा है कि आरा सीट से लोकसभा का चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को यह सीट मिल सकती है। अगर उनको राज्यसभा भेजा जाता है तो वे केंद्र में फिर से मंत्री भी बन सकते हैं। हालांकि दिल्ली में राष्ट्रपति से उनकी मुलाकात से कुछ और अटकलें भी चल रही हैं। उनको राज्यसभा में मनोनीत किए जाने की चर्चा है तो साथ ही राज्यपाल या उप राज्यपाल बनाए जाने की भी चर्चा है।