प्रियंका गांधी वाड्रा का नया नाम नेहरू गांधी परिवार के सांसदों की सूची में जुड़ सकता है। जब से राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने और प्रियंका के वहां से लड़ने की घोषणा हुई है तभी से गिनती जारी है। कई लोगों ने लिखा कि पहली बार होगा, जब नेहरू गांधी परिवार के तीन सदस्य एक साथ संसद में होंगे। यह गलत है। 17वीं लोकसभा में ही नेहरू गांधी परिवार के चार सदस्य सदन में थे। सोनिया और राहुल गांधी के साथ साथ मेनका और वरुण गांधी भी सदन में थे। इस बार वरुण को टिकट नहीं मिली और मेनका गांधी चुनाव हार गईं। सोनिया गांधी अब राज्यसभा में चली गई हैं। सो, अगर प्रियंका वायनाड से जीतती हैं, जिसमें कोई शह नहीं है तो लोकसभा में भाई बहन यानी राहुल और प्रियंका की जोड़ी रहेगी। एक गिनती यह भी चल रही है कि आजादी के बाद से इस परिवार के कितने सांसद बने। वह सूची बहुत बड़ी है।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से शुरू करें तो वे पहले सदस्य थे। फिर उनकी बहन विजय लक्ष्मी पंडित और दामाद फिरोज गांधी सांसद बने। बाद में उनकी बेटी इंदिरा गांधी संसद में पहुंचीं। इसके बाद इंदिरा गांधी के दोनों बेटे, राजीव और संजय गांधी बारी बारी से संसद में पहुंचे। फिर इंदिरा गांधी की दोनों बहुएं यानी सोनिया और मेनका गांधी चुनाव लड़े और जीते। दोनों लंबे समय तक लोकसभा में रहे। अब सोनिया राज्यसभा में हैं। फिर इन दोनों के बेटे यानी इंदिरा गांधी को दो पोते, राहुल व वरुण गांधी संसद में पहुंचे और अब प्रियंका गांधी वाड्रा की बारी है। इस तरह नौ लोग सांसद बने हैं और प्रियंका इस सूची में 10वीं सदस्य होंगी। अगर विस्तारित परिवार की बात करें तो संख्या और बढ़ जाएगी। जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू के भाई नंदलाल नेहरू की बहू उमा नेहरू सीतापुर से दो बार सांसद रहीं। उमा नेहरू के पोते अरुण नेहरू पहले कांग्रेस से रायबरेली से और फिर जनता दल से बिल्हौर से सांसद रहे। इस तरह परिवार कम से कम 12 लोगों के सांसद बनने का पक्का रिकॉर्ड है।