हरियाणा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष Mohan Lal Badoli को बड़ी उम्मीद थी कि राज्य में राज्यसभा की जो एक सीट खाली हुई है वह उनको मिलेगी। आखिर उन्होंने विधानसभा की अपनी सीट का बलिदान किया था। वे प्रदेश अध्यक्ष रहते चुनाव नहीं लड़े थे और पूरे राज्य में प्रचार किया था। भाजपा के लिए विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उनकी मेहनत ने रंग दिखाया था। उनके अध्यक्ष बनने के बाद से ब्राह्मण वोटों का एकतरफा ध्रुवीकरण भाजपा के पक्ष में हुआ था। कांग्रेस कहीं कहीं वोट ले पाई लेकिन ब्राह्मण भाजपा के साथ एकजुट हुए। इसका श्रेय भी मोहनलाल बडौली को मिला।
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परंतु जब राज्यसभा सीट की बारी आई तो रेखा शर्मा बाजी मार गईं। रेखा शर्मा राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रही हैं। भाजपा ने उनको राज्यसभा की एक सीट के उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। उनका जीतना तय है और इसके साथ ही बडौली के लिए राज्यसभा के रास्ते बंद हो गए हैं। ध्यान रहे हरियाणा में पहले से भाजपा के समर्थन से कार्तिकेय शर्मा राज्यसभा में हैं और अब रेखा शर्मा उच्च सदन में पहुंच जाएंगी तो फिर किसी तीसरे ब्राह्मण के लिए जगह नहीं बचेगी। हरियाणा में कोई विधान परिषद भी नहीं है और बडौली इतने बड़े नेता भी नहीं हैं कि किसी दूसरे राज्य से राज्यसभा में जाएं। सो, माननीय प्रदेश अध्यक्ष महोदय को अगले विधानसभा चुनाव तक इंतजार करना होगा।