पश्चिम बंगाल में एक सीट पर उपचुनाव हो रहा है। विधानसभा की इस एक सीट का चुनाव कई चीजों पर असर डालने वाला होगा। पहली राजनीतिक चीज तो यह दिख रही है कि विपक्षी पार्टियों का गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियां एक साथ मिल कर चुनाव नहीं लड़ रही हैं। कांग्रेस और सीपीएम ने तालमेल किया है। जलपाईगुड़ी जिले की धुपगुड़ी सीट पर सीपीएम ने ईश्वर चंद्र रॉय को उम्मीदवार बनाया है, जिनको कांग्रेस समर्थन देगी। इसका मतलब है कि इस सीट पर त्रिकोणात्मक मुकाबला होगा। इससे पहले सागरदिघी सीट पर उपचुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस जीती थी। हालांकि बाद में उसका जीता हुई विधायक तृणमूल कांग्रेस में चला गया।
बहरहाल, पिछले चुनाव में धुपगुड़ी सीट पर भाजपा के विष्णुपद रॉय जीते थे, जिनके निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। उससे पहले 2016 के चुनाव में इस सीट पर ममता बनर्जी की पार्टी जीती और सीपीएम दूसरे स्थान पर थी। लेकिन 2021 के चुनाव में सीपीएम और कांग्रेस हाशिए में चले गए। इस सीट की खास बात यह है कि यहां राजबंशी वोट बहुत हैं। पिछले दिनों भाजपा ने राजबंशी समुदाय के अनंत महाराज को राज्यसभा भेजा। सो, भाजपा उसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करेगी। इसके नतीजे से तय होगा कि बंगाल में ‘इंडिया’ की पार्टियों को गठबंधन करना है या नहीं। अगर लेफ्ट और कांग्रेस वोट काट कर तृणमूल की जीत सुनिश्चित करते हैं तो गठबंधन नहीं होगा और अगर उनके वोट काटने से भाजपा जीतती है तो गठबंधन की बात शुरू हो सकती है।