भारतीय जनता पार्टी तेलंगाना का विधानसभा चुनाव बाहरी नेताओं के भरोसे लड़ रही है। पार्टी ने चुनाव अभियान समिति की कमान एटाला राजेंद्र को सौंपी है, जो कुछ समय पहले ही के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए। वे हुजूराबाद विधानसभा सीट से विधायक थे। भाजपा में जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया और भाजपा की टिकट पर उपचुनाव लड़ कर जीते। तब राव और उने परिवार ने बड़ा जोर लगाया था पर एटाला राजेंद्र चुनाव जीत गए। तभी भाजपा ने उनको चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है।
एटाला राजेंद्र दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे। उनकी एक सीट तो पारंपरिक हुजूराबाद है और दूसरी गजवाल सीट है, जहां से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री को घेरने के लिए भाजपा ने यह दांव चला है। पहले कहा जा रहा था कि भाजपा अपने चार में से किसी सांसद को उनके खिलाफ लड़ाएगी। पार्टी ने तीन सांसदों को टिकट दी है लेकिन किसी को के चंद्रशेखर राव या उनके परिवार के दूसरे सदस्यों के खिलाफ नहीं उतारा है। चंद्रशेखर राव के बेटे केटी रामाराव के खिलाफ भाजपा ने रानी रूद्रम्मा रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। वे भी कुछ दिन पहले ही जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी से आकर भाजपा में शामिल हुई हैं। इस तरह भाजपा ने चंद्रशेखर राव के खिलाफ लड़ाई के मोर्चे पर बाहरी नेताओं को लगाया है। उसकी उम्मीदवारों की पहली सूची में कई बाहरी नेता हैं।