चुनाव में पार्टियां हर चीज का मुद्दा बनाती है और हर छोटी बड़ी घटना से नैरेटिव सेट करती हैं। ऐसा लग रहा है कि इस बार के चुनाव में प्रशांत किशोर और सट्टा बाजार भी नैरेटिव का पार्ट हैं। वैसे सट्टा बाजार पिछले कई चुनावों से नैरेटिव का हिस्सा हो गया है। पार्टियां सट्टा बाजार के नाम पर झूठे, सच्चे आंकड़े वायरल कराती हैं। कोई भी व्यक्ति, जिसके पास मोबाइल फोन है यह नहीं कह सकता है कि उसको किसी न किसी सट्टा बाजार का आंकड़ा नहीं मिला है। कहीं सादे कागज पर हाथ से लिखे आंकड़े वायरल हो रहे हैं तो कहीं एक्सेल शीट पर बने आंकड़े हैं। किसी को राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार का आंकड़ा बताया जा रहा है तो किसी को मुंबई सट्टा बाजार का तो किसी को फरीदाबाद सट्टा बाजार का आंकड़ा बताया जा रहा है। किसी में भाजपा को तीन सौ से ज्यादा सीट मिलने का अनुमान है तो किसी में भाजपा दो सौ सीट पर सिमट रही है। सभी पार्टियों के नेता और समर्थक अपनी अपनी पसंद का आंकड़ा चुन कर उसे शेयर और पोस्ट कर रहे हैं।
सट्टा बाजार के अलावा कहीं पत्रकारों के किसी कथित समूह की ओर से तैयार किया हुआ आंकड़ा वायरल हो रहा है तो कहीं कारोबारियों के समूह द्वारा तैयार किया हुआ आंकड़ा वायरल हो रहा है। इतना ही नहीं कांग्रेस और भाजपा के आंतरिक सर्वे के भी कथित आंकड़े सोशल मीडिया में बांटे जा रहे हैं। हकीकत यह है कि इस तरह के तमाम आंकड़े पार्टियों के वॉर रूम में तैयार हो रहे हैं और उनकी आईटी सेल की ओर से इसके सोशल मीडिया में वायरल कराया जा रहा है। इसका मकसद उन मतदाताओं को पटाना है, जिन्होंने आखिरी समय तक मन नहीं बनाया होता है कि किसे वोट देना है।
बहरहाल, अब इसमें प्रशांत किशोर का नाम भी शामिल हो गया है। 13 मई को चौथे चरण का मतदान खत्म होने के बाद प्रशांत किशोर यानी पीके अचानक सक्रिय हुए। वे दिल्ली पहुंचे और सभी मीडिया समूहों को इंटरव्यू देना शुरू किया। ठीक उसी समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इंटरव्यू देना शुरू किया था और अब तो वे एक चुनाव में किसी एक नेता द्वारा सबसे ज्यादा इंटरव्यू देने का नया रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं। इंटरव्यू के मामले में उनके आसपास पहुंचने वाले दूसरे व्यक्ति पीके हैं। उन्होंने चैनल, अखबार और यूट्यूबर्स सबको इंटरव्यू दिए और दावा किया कि भाजपा तीन सौ सीट जीतने जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए चार सौ नहीं करने जा रहा है और न भाजपा 370 जीतने जा रही है लेकिन भाजपा पिछले चुनाव के आंकड़े यानी 303 तक पहुंच जाएगी या इसे बेहतर भी कर सकती है।
प्रशांत किशोर के मुकाबले में विपक्षी गठबंधन की ओर से योगेंद्र यादव के आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। ध्यान रहे योगेंद्र यादव देश के सबसे पुराने चुनाव विश्लेषकों में शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि भाजपा को 240 से 260 सीटें आएंगी और बाकी सहयोगियों को 30 से 45 सीटें मिल सकती हैं। इसी को आधार बना कर पीके ने अपनी बात सही साबित करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि योगेंद्र यादव जो कह रहे हैं उसका मतलब है कि एनडीए को 275 से 305 तक सीटें मिल सकती हैं। इससे अपने आप साफ हो जाता है कि किसकी सरकार बनेगी।