जेडीएस के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने अपनी पार्टी का भविष्य ऐसा लग रहा है कि नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंप दिया है। उन्होंने खुल कर कहा है कि वे गठबंधन के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और न यह जानते हैं कि उनकी पार्टी कितनी और कौन सी सीट लड़ेगी। देवगौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पता है कि क्या करना है। देवगौड़ा ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वे अपने पत्ते सबके सामने नहीं खोलते हैं और रणनीति के हिसाब से काम करते हैं। असल में देवगौड़ा के बेटे और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भाजपा के संपर्क में हैं और सीटों की बातचीत कर रहे हैं।
नब्बे साल के देवगौड़ा ने साफ कर दिया है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। वे अभी राज्यसभा में हैं। पिछली बार वे लोकसभा का चुनाव हार गए थे। बताया जा रहा है कि उनकी पार्टी को भाजपा लोकसभा की जो भी सीट देगी उन पर परिवार के सदस्य ही लड़ेंगे। पिछली बार उनकी पारंपरिक हासन सीट से उनके पोते प्रज्जवाल रेवन्ना चुनाव जीते थे। दूसरी पारंपरिक सीट मांड्या से देवगौड़ा के दूसरे पोते निखिल कुमारस्वामी हार गए थे और खुद देवगौड़ा तुमकुरू सीट पर 14 हजार वोट से हार गए थे। इस बार उनकी पार्टी इन तीनों सीटों की मांग करेगी लेकिन मांड्या सीट की निर्दलीय सांसद अब भाजपा के साथ हैं। इसलिए संभव है कि हासन और तुमकुरू के साथ कोई अन्य सीट उनके परिवार को दी जाए।