एक तरफ जहां समूचे पूर्वोत्तर में कांग्रेस के पूर्व नेता मुख्यमंत्री बन रहे हैं तो दूसरी ओर दक्षिण भारत में कांग्रेस को दूसरा मुख्यमंत्री बनाने का मौका मिला है और ऐसा लग रहा है कि वह भी दूसरी पार्टी से आए नेता को ही बनाएगी। कांग्रेस की अभी कर्नाटक में सरकार है और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल किया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस रेवंत रेड्डी को मुख्यमंत्री बनाएगी। चुनाव में भी वे अघोषित रूप से सीएम के दावेदार थे, तभी वे अपनी पारंपरिक सीट के अलावा कामारेड्डी सीट पर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ भी लड़े थे। हालांकि उस सीट पर चंद्रशेखर राव और रेवंत रेड्डी दोनों हार गए।
बहरहाल, रेवंत रेड्डी ने अपना राजनीतिक सफर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के साथ शुरू किया था। वे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे। बाद में वे तेलुगू देशम पार्टी में चले गए और महज छह साल पहले 2017 में कांग्रेस में शामिल हुए। सिर्फ छह साल के भीतर वे सांसद हुए, प्रदेश अध्यक्ष हुए और अब सीएम बनने जा रहे हैं। कर्नाटक में भी कांग्रेस ने सिद्धरमैया को दूसरी बार सीएम बनाया है। वे पहले एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस में थे और 2005 में विवाद के कारण वे अलग हो गए थे। उसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हुए और कांग्रेस ने 2013 में उनको मुख्यमंत्री बनाया था।