चार राज्यों के चुनाव नतीजों की घोषणा के बीच विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक बुलाने की घोषणा कर दी गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गठबंधन में शामिल सभी 28 पार्टियों को छह दिसंबर को दिल्ली बुलाया है। बताया गया है कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों पर चर्चा की जाएगी। गौरतलब है कि ‘इंडिया’ की आखिरी बैठक 30 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में हुई थी। उसके बाद कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त हो गई और फिर कोई बैठक नहीं हुई। कांग्रेस ने सीट बंटवारे वगैरह की बात भी रोक दी थी क्योंकि कांग्रेस नेताओं को लग रहा था कि पांच राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करने से उसकी मोलभाव करने की क्षमता बढ़ेगी।
लेकिन नतीजों से सब उलटा हो गया। कांग्रेस जहां सबसे मजबूत मानी जा रही थी वहां भी हार गई। छत्तीसगढ़ में वह बुरी तरह से हारी है तो मध्य प्रदेश में जहां उसकी जीत पक्की मानी जा रही थी वहां तो वह पिछली बार के मुकाबले भी बहुत पीछे रह गई। राजस्थान में भी उसने सत्ता गंवा दी। सांत्वना के लिए एक तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनी है। इसलिए अब ‘इंडिया’ की बैठक में या सीट बंटवारे की बातचीत में प्रादेशिक पार्टियां हावी रहेंगी। वे कांग्रेस पर दबाव बनाएंगी कि उसे कम सीटों पर लड़ना चाहिए और प्रादेशिक पार्टियों को ज्यादा सीटें देनी चाहिएं। बिहार से लेकर झारखंड और पश्चिम बंगाल से महाराष्ट्र तक में कांग्रेस ने मोलभाव करने की अपनी ताकत गंवा दी है।