भारतीय जनता पार्टी आंध्र प्रदेश को लेकर दुविधा में है। भाजपा पहले इस बात के लिए तैयार थी कि चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी के साथ तालमेल हो जाए और पवन कल्याण की पार्टी जन सेना भी इसमें शामिल हो। लेकिन अब भाजपा इस मामले में स्लो हो गई है। इसका कारण यह है कि भाजपा को अपने सर्वेक्षणों और जमीनी फीडबैक से जानकारी मिली है कि राज्य में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस फिर से जीत सकती है। जगन मोहन रेड्डी सरकार के पांच साल के कामकाज के बाद उनके प्रति कोई खास सत्ता विरोधी लहर नहीं है। तभी हो सकता है कि पहले से बहुमत कुछ कम हो जाए लेकिन पार्टी जीत जाएगी।
ध्यान रहे जगन मोहन रेड्डी केंद्र में लगातार भाजपा का साथ देते रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति पूरा सद्भाव रखते हैं। भाजपा उनको नाराज नहीं करना चाहती है। भाजपा को यह भी लग रहा है कि अगले चुनाव के बाद लोकसभा में उसे सहयोगी पार्टियों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में जगन की पार्टी काम आएगी। तभी भाजपा ने टीडीपी से तालमेल की बात टाल दी है। इस बीच टीडीपी के संस्थापक स्वर्गीय एनटी रामाराव का पूरा परिवार पिछले दिनों दिल्ली में जुटा था, जब राष्ट्रपति ने एनटीआर की जन्म सदी समारोह के मौके पर उनके सम्मान में सिक्का जारी किया। भाजपा की हिचक के बीच एनटीआर परिवार का एकजुट होना भी एक महत्वपूर्ण बात है, जो राज्य की राजनीति पर असर डालने वाली है।